पीड़ित महिलाओं को त्वरित न्याय दिलाने के उद्देश्य से आयोजित हुआ “हक की बात जिलाधिकारी के साथ” कार्यक्रम*

 

*पीड़ित महिलाओं को त्वरित न्याय दिलाने के उद्देश्य से आयोजित हुआ “हक की बात जिलाधिकारी के साथ” कार्यक्रम* 

पूर्वांचल बुलेटिन निष्पक्ष खबर अब तक 

अर्जुन यादव की रिर्पोट 
देवरिया

  मिशन शक्ति के अंतर्गत यौन हिंसा, लैंगिक असमानता, घरेलू हिंसा तथा दहेज हिंसा आदि से पीड़ित महिलाओं को त्वरित न्याय दिलाने के उद्देश्य से आज  “हक की बात जिलाधिकारी के साथ” कार्यक्रम वन स्टाप सेन्टर में आयोजित किया गया । पीड़िताओं की समस्या को सुनने व उनके निस्तारण हेतु अपर जिलाधिकारी प्रशासन कुंवर पंकज, अपर पुलिस अधीक्षक डा. राम एस सिंह, मैत्रेयी मिश्रा डी.पी.ओ.यूनडीपी, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संजय चन्द, अभियोजन अधिकारी अनन्त कुमार त्रिपाठी, दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी मीनू सिंह, जिला परिवीक्षा अधिकारी प्रभात कुमार, केन्द्र प्रबंधक वन स्टाप सेन्टर नीतू भारती, मनोवैज्ञानिक मीनू जायसवाल आदि उपस्थित रहे तथा पीड़िताओं की समस्या को सीधे तौर पर सुना गया और डेडिकेटेड फोन लाइन का प्रयोग पर भी प्राप्त समस्याओं का संज्ञान लिया गया।  

        अपर जिलाधिकारी प्रशासन श्री पंकज ने कहा कि महिलाओं, बालिकाओं को सुरक्षा, स्वालम्बन व सम्मान प्राप्त हो, इसके लिये मिशन शक्ति के तहत यह कार्यक्रम रखा गया है, जिससे कि पीडित महिलायें, बालिकाये अपनी समस्याओं को प्रस्तुत कर सके और उस पर त्वरित कार्यवाही हो सके। उन्होने कहा कि महिलाओं का सम्मान व सुरक्षा सभी की प्राथमिकता होनी चाहिये। किसी भी स्तर पर वे हिंसा आदि की शिकार न हो, इसके लिये  पूरे समाज को जागरुक होने की जरुरत है।  

          जनपद की पीड़ित कुल 21 महिलाओं ने वन स्टाप सेन्टर पर उपस्थित होकर इस कार्यक्रम से जुडी व अपनी समस्याओं को रखीं। तद्समय ही 10 प्रकरणों का निस्तारण किया गया, तथा शेष प्रकरणों पर कार्यवाही किये जाने हेतु सम्बन्धित को निर्देशित किया गया । समस्त प्रकरणों में से 06 प्रकरण जमीनी विवाद से सम्बन्धित थे, 15 प्रकरण घरेलू हिंसा से संबंधित थे ।

 इसके साथ ही विकास खण्ड- देवरिया सदर में “ब्लाक बाल संरक्षण समिति” की बैठक का आयोजन किया गया । बैठक में बाल संरक्षण से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करते हुये उपस्थित समस्त स्टेक होल्डर्स को इसके प्रति का जागरुक किया गया ।

       खण्ड विकास अधिकारी कृष्णकान्त राय, थाने के नामित बाल कल्याण अधिकारी/एसआई सुषमा तिवारी द्वारा बच्चों एवं महिलाओं से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करते हुये विषम परिस्थितियों में कैसे पुलिस से सहायता प्राप्त की जा सकती है, के बारे में विस्तृत रुप से बताया गया । बाल संरक्षण अधिकारी  जयप्रकाश तिवारी द्वारा बाल संरक्षण मुद्दो से जुड़े समस्त स्टेक होल्डर्स के बारे में जानकारी देते हुये समस्त की भूमिकाओं को एक-एक करके बताया गया। श्री तिवारी द्वारा बाल सुरक्षा छतरी के बारे में विस्तृत रुप से बताते हुये समस्त को जानकारी दी गयी की कैसे यदि कोई बच्चा मिसिंग हो जाता है, तो उसे कैसे पुनः परिवार में समायोजित कराया जा सकता है । समाज से परित्यक्त, लावारिस, अनाथ बच्चों को कैसे संरक्षण दिया जाय एवं कानून का उल्लंघन करने वाले बालकों को समाज की मुख्य धारा से जोड़े जाने आदि के संबंध में जानकारी दी गयी । बाल विकास परियोजना अधिकारी दयाराम  द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के बारे में  विस्तृत चर्चा करते हुये पात्र आवेदकों को अधिकाधिक संख्या में आनलाइन कराये जाने हेतु प्रेरित करने का आह्वान किया गया । कम्प्यूटर आपरेटर नीतेश कुमार शर्मा द्वारा योजना में आवेदकों के आवेदन आनलाइन कराये जाने हेतु आवश्यक अभिलेखों एवं तकनीकी समस्याओं के संबंध में जानकारी दी गयी । बैठक के अन्त में बाल संरक्षण अधिकारी द्वारा समस्त आगन्तुकों के प्रति  धन्यवाद ज्ञापित किया गया ।

        बैठक में समिति के सह अध्यक्ष/ खण्ड विकास अधिकारी कृष्ण कांत राय, सदस्य सचिव दया राम बाल विकास परियोजना अधिकारी, सहायक पंचायत अधिकारी चन्द्रभूषण त्रिपाठी सदस्य, थाने पर नामित बाल कल्याण अधिकारी उप निरीक्षक थाना कोतवाली देवरिया सुषमा तिवारी, नामित चिकित्साधिकारी सदस्य डा. नागेन्द्र सिंह, सदस्य संरक्षण अधिकारी जयप्रकाश तिवारी जिला बाल संरक्षण इकाई, सामाजिक कार्यकर्ता राजेश यादव, कम्प्यूटर आपरेटर नीतेश कुमार शर्मा, आंगनबाड़ी सुपरवाइजर, आंगनबाड़ी कार्यकत्री आदि उपस्थित रहे।

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