*जिला अधिकारी द्वारा वर्तमान खरीद फसल की गूगल मीट के माध्यम से समीक्षा की गई -विवेक मणि त्रिपाठी -पूर्वाचल बुलेटिन निष्पक्ष खबर अब -रामपुर कारखाना

 

*जिला अधिकारी द्वारा वर्तमान खरीद फसल की गूगल मीट के माध्यम से समीक्षा की गई -विवेक मणि त्रिपाठी -पूर्वाचल बुलेटिन निष्पक्ष खबर अब -रामपुर कारखाना

पूर्वांचल बुलेटिन निष्पक्ष खबर अब तक
विवेक मणि त्रिपाठी की रिपोर्ट 
रामपुर कारखाना 

देवरिया 02 जून।*  गूगल मीट के माध्यम से वर्तमान खरीफ अभियान की तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने कृषि एवं कृषि विभाग से जुडे सभी विभागों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होने निर्देश दिया कि खाद, बीज की उपलब्धता सहित कृषि निवेशों की पर्याप्त उपलब्धता सभी जुडे विभाग आपसी समन्वय के साथ सुनिश्चित करेगें, जिससे कि खरीफ उत्पादकता अधिक से अधिक प्राप्त की जा सके। उन्होने कहा कि सभी विभाग इसके लिये अपनी कार्य योजनाओं को तैयार रखेगें और उसके अनुरुप कार्य करते हुए अधिक उत्पादकता के लिये कृषकों को प्रोत्साहित व प्रेरित करेगें। साथ ही नवीनतम तकनीकों को कृषकों तक पहुॅचायेगें, जिससे कि कृषक उसका उपयोग कर उत्पादकता बढा सके।

        जिलाधिकारी श्री निरंजन कृषि विभाग की एक एक योजनाओं एवं तैयारियों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिया कि अग्रणी कृषकों का समन्वय लिया जाये, उनके माध्यम से कृषि की तकनीकी जानकारियों से अन्य कृषकों को प्रेरित किया जाये। बताया गया कि खाद, बीज की पर्याप्त उपलब्धता है। बीज का वितरण आगामी 10 जून तक पूर्ण कर लिया जायेगा। सभी गोदामो पर बीज की उपलब्धता सुनिश्चित कर ली गयी है। उर्वरक की उपलब्धता पर्याप्त है। जिलाधिकारी ने खाद, बीज की उपलब्धता की जानकारी कृषकों में व्यापक रुप से दिये जाने का निर्देश दिया। उप कृषि निदेशक ने बताया कि बीज की अनुदानित धनराशि कृषकों को डीबीटी के माध्यम से उनके खाते में भेजने की कार्यवाही की जाती है।

        समीक्षा के क्रम में कृषि विभाग से जुडे विभागो यथा उद्यान, मत्स्य, नलकूप, सिचाईं, पशुपालन आदि विभागो की गहन समीक्षा जिलाधिकारी ने किये। इस दौरान उन्होने नलकूप विभाग को निर्देश देते हुए कहा कि नलकूप चालकों को सक्रिय रखें, उनके व्हाट्सअप गु्रप बनाकर के नियमित उनके कार्यो की समीक्षा करें। शिथिल व लापरवाह नलकूप चालको पर कार्यवाही भी सुनिश्चित करें। बताया गया कि कुल 1003 चालित नलकूप जनपद में है तथा 13 और नये नलकूप स्थापित होना प्रस्तावित है। जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता नहर दुर्गेश गर्ग को नहरों की स्थिति को सुदृढ रखने का निर्देश दिया। इस दौरान उन्होने मत्स्य विभाग को संचालित योजनाओं को मत्स्य पालकों तक पहुॅचाये जाने का भी निर्देश दिया। इस वर्ष मत्स्य पालको के केसीसी  की उपलब्धता सुनिश्चित कराये जाने हेतु अभी से रणनीति बनाकर मुख्य कार्यकारी मत्स्य नंद किशोर को जिलाधिकारी ने निर्देशित किया। उन्होने पशुपालन विभाग को भी अपने विभागीय कार्य योजनाओं में तीव्रता लाये जाने का निर्देश दिये।  उन्होने कृषि विभाग से जुडे सभी विभागो को कृषकों की आय बढाने, खरीफ उत्पादकता बढाने के लिये आपसी समन्वय के साथ कार्य किये जाने का निर्देश दिया।

       समीक्षा में पाया गया कि वर्तमान खरीफ वर्ष के लिये कुल 8 प्रजातियों का धान का बीज उपलब्ध है। 1630 कुन्तल धान बीज की उपलब्धता के सापेक्ष 900 कुन्तल धान बीज वितरित कर दिया गया है। 200 कुन्तल शंकर धान का बीज की उपलब्धता है। उर्वरक की उपलब्धता के तहत 10474 एम टी यूरिया लक्ष्य के सापेक्ष 15463 एम टी की उपलधता है। डीएपी के 3563 एम टी लक्ष्य के सापेक्ष 5869 एम टी डीएपी की उपलब्धता है। इस प्रकार जनपद में खाद, बीज की कोई कमी नही है।

      कृषक हित में शासन द्वारा डीएपी खाद पर 2400 बोरी मूल्य दर पर 1200 रुपये का अनुदान निर्धारित किया गया है। अब कृषकों को मात्र 1200 रुपये में डीएपी खाद मिलेगी, जिससे उन्हे काफी राहत होगा।

       बैठक में उप कृषि निदेशक डा ए के मिश्र ने कृषि विभाग की संचालित विभिन्न योजनाओं पर विस्तार से जानकारी रखें तथा जिलाधिकारी द्वारा दिये गये निर्देशों के अनुरुप योजनाओं को कृषकों तक पहुॅचाये जाने हेतु उन्हे आश्वस्त किया।

      इस गूगल मीट में जिला कृषिकारी मो0 मुजम्मिल, मुख्य मत्स्य कार्यकारी अधिकारी नंद किशोर, जिला गन्ना अधिकारी, नलकूप विभाग के विक्रम सिंह, अधिशासी अभियंता नहर दुर्गेश गर्ग, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डा विकास साठे सहित संबंधित अन्य विभागो के अधिकारी आदि जुडे रहे।

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