बीबीएयू में कवियों ने बांधा समां, जमकर लगे ठहाके
विधि विभाग व गौरवांजलि ट्रस्ट ने काव्यांजलि किया आयोजन
लखनऊ। बीबीएयू के अटल बिहारी सभागार में विधि विभाग व गौरवांजलि के संयुक्त तत्वाधान में काव्यांजलि का आयोजन हुआ।दर्जनों कवियों ने अपनी प्रस्तुति दी।कवि सम्मेलन में काव्य की सरिता बही। खासकर हास्य रस में गोते लगाकर लोग लोट-पोट हुए। कवियों-कवियत्रियों ने देर रात तक समां बांधे रखा।
अटल बिहारी सभागार में कवियों ने अपने मंचन से छात्रों का मन मोह लिया। छात्र देर शाम तक कवि सम्मेलन तालिया बजाते रहें।अबरार काशिफ ने बाबासाहेब के देश के लिए योगदान को याद करते हुए पंक्ति पढ़ी।मशहूर हास्य कवि ऐलेश अवस्थी ने अपनी कविताओं से जमकर ठहाके लगवाए।उन्होने देशप्रेमी गीत भी गाये।जयपुर के अनंत गुप्ता ने युवाओं में जोश भरा और कुछ कर गुजरने को प्रोत्साहित किया।
सरला आसमा ने न देख मुझको इस तरह…. इरादा मेरा बदल रहा है.. पंक्तियों से खूब वाहवाही बटोरी।कुशल धुनेंरिया ने बेवफाई के नज्म पढ़े।आईएएस अखिलेश मिश्रा, रामकुमार भारत,राजवीर राज,पंकज सिद्धार्थ,कौशिकी श्रीवास्तव व निधि चौहान ने मंचन किया।विधि विभागाध्यक्ष प्रो.सुदर्शन वर्मा,गौरवांजलि ट्रस्ट से डॉ. अंजना कुमार, गौरव विवेक, डॉ. सुफिया अहमद, डॉ. संजीव चड्ढा, डॉ. प्रदीप कुमार, डॉ. अनीस अहमद,बृजेश यादव, खुशनुमा बानो, वेद प्रकाश,चित्रांशु भास्कर, सूर्यांश कुमार, उत्पल प्रताप,वितुल कनौजिया, अमय सोनकर, शफ़कत अफरोज, आयूष, ध्रुव समेत हजारो छात्र-छात्राएँ मौजूद रहे।