राजस्व परिषद के अध्यक्ष ने किया तहसील का मुआयनाhttps://youtu.be/uWlhoMmStbM?feature=shared

राजस्व परिषद के अध्यक्ष ने किया तहसील का मुआयना
हर्रैया।राजस्व परिषद के अध्यक्ष वृहस्पतिवार सायं गोरखपुर से लखनऊ जाते समय तहसील का मुआयना करने रुक गए।संभावित मुआयने का अंदेशा पहले ही लगने से तहसील प्रशासन तैयारियों में लगा था। चेयरमैन के पौने दो घंटे निरीक्षण किए जाने का अंदाजा अधिकारियों को नहीं था।जब तक वह तहसील में रहे अधिकारियों की सांसे अटकी रही।
       जानकारी के अनुसार बुधवार को सरकारी दौरे पर गोरखपुर गए राजस्व परिषद के चेयरमैन अनिल कुमार बृहस्पतिवार को लौटते समय लगभग चार बजे तहसील का निरीक्षण करने रुके।तहसील प्रशासन द्वारा इस बारे में मीडिया सहित किसी को कोई जानकारी नहीं दी गई थी।तहसील पहुंचने पर उन्होंने सबसे पहले महिला हेल्प डेस्क पर पहुंचकर वहां मौजूद लेखपाल शशि शर्मा,अनुराधा सिंह और प्रतीक्षा द्विवेदी से आने वाली शिकायतों और उसका निस्तारण किए जाने के बारे में सवाल पूंछा।वहाँ से निकलकर वह अभिलेखागार कक्ष में पहुंचे और राजाजोत गांव का बस्ता खुलवाकर अभिलेखों को देखा।कुछ अभिलेखों के पन्ने फटे होने पर साथ में मौजूद मंडलायुक्त व जिलाधिकारी से अभिलेखों को सुरक्षित रखने के लिए कंप्यूटरीकृत किए जाने की संभावनाओं पर चर्चा करते हुए राजस्व कानूनगो श्री नारायण त्रिपाठी से फाइलों के सुरक्षित रखरखाव के लिए निर्देश दिए।फ़सली वर्ष 1333-34 व 1359 का अवलोकन किया।उसको सुरक्षित रखने के उपायों पर चर्चा किया।नकल नवीस आशीष पाण्डेय से खतौनी नकल,मलकान रजिस्टर संबंधी जानकारी लेने के बाद  तहसीलदार कक्ष और न्यायालय कक्ष को देखा।उसके बाद वह खतौनी वितरण पटल पर गए और कर्मचारियों से पूंछताक्ष के बाद एसडीएम कक्ष में बैठकर कामकाज की समीक्षा करने लगे।लगभग चालीस मिनट तक महत्वपूर्ण बिंदुओं की समीक्षा करते हुए उन्होंने वरासत से जुड़े मुकदमों की स्थिति जानने के लिए कंप्यूटर खोलने को कहा जिसके बाद कमरे में मौजूद तहसील के अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए। वरासत से जुड़ी फाइलों में साक्ष्य के अभाव में निरस्त हुए मामलों को देख नाराजगी जताई।तहसीलदार से मुखातिब होते हुए सवाल किया तो उनके चेहरे पर हवाइयां उड़ने लगी।उन्होंने फाइलों को निरस्त किए जाने पर स्पष्ट कारणों का उल्लेख दर्ज किए जाने के निर्देश दिए।

जिला संवाददाता-‌ कृपा शंकर बस्ती

Leave a Comment