*सिद्धार्थ विश्व विद्यालय के आठवें दीक्षांत समारोह में राज्यपाल के हाथो गोल्डमेडलिस्ट पाकर खिल उठे छात्र/छात्राओ के चेहरे*
कपिलवस्तु। सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु सिद्धार्थनगर के आठवें दीक्षान्त समारोह में गोल्ड मेडलिस्ट मेधावियों ने बताया कि कोई प्रोफेसर बनना चाहता है तो कोई सांइटिस्ट। इसी क्रम में बीकॉम की गोल्ड मेडलिस्ट सरस्वती देवी पीजी कालेज महराजगंज की छात्रा श्वेता कसौधन ने बताया कि उन्हें तीन मेडल प्राप्त हुआ है एक तो विश्वविद्यालय द्वारा दूसरा संकाय के तरफ से तीसरा एडामेन्ट फंड गोल्ड मेडल प्राप्त हुआ है।
उनका कहना है कि वे बैंकिंग सेक्टर में अपनी सेवा देना चाहती है। इसी क्रम में सिद्धार्थ विश्वविद्यालय परिसर की एम ए साइक्लोजी को गोल्ड मेडलिस्ट अना फातिमा ने बताया कि वो नेट जेआरएफ करना चाहती है। विश्वविद्यालय परिसर की ही एमए लोक प्रशासन में गोल्ड मेडलिस्ट सोनाली कसौधन ने बताया कि वो असिस्टेंट प्रोफेसर बन कर देश की सेवा करना चाहती है। विश्वविद्यालय परिसर की ही बायोटेक्नोलॉजी की गोल्डमेडलिस्ट अंकिता ने बताया कि वो भी प्रोफेसर बनना चाहती है।
विश्वविद्यालय परिसर की ही एमए संस्कृत में गोल्डमेडलिस्ट अंतिमा शुक्ला ने बताया कि वो भी प्रोफेसर बनना चाहती है।विश्वविद्यालय परिसर की पीएचडी मनोविज्ञान में गोल्डमेडलिस्ट फात्मा खातून भी प्रोफेसर बनना चाहती है। विश्वविद्यालय परिसर के ही एमएससी रसायन विज्ञान में गोल्डमेडलिस्ट विनीत कुमार पांडेय भी प्रोफेसर बन कर देश सेवा करना चाहते हैं। विश्वविद्यालय की ही एमएससी फिजिक्स में गोल्डमेडलिस्ट रीमा दूबे भी प्रोफेसर बनना चाहती है।
विश्वविद्यालय परिसर की ही एमएससी गणित में गोल्डमेडलिस्ट वर्तिका पाण्डेय ने बताया कि वो भी प्रोफेसर बनना चाहती है।विश्वविद्यालय परिसर की हो एमएससी जंतु विज्ञान की गोल्डमेडलिस्ट गरिमा त्रिपाठी ने बताया कि वो साइंटिस्ट बनना चाहती है। विश्वविद्यालय परिषर की ही एमबीए की गोल्डमेडलिस्ट प्रिया पाठक ने बताया कि वो भी प्रोफेसर बनना चाहती है।
जिला संवाददाता- मोहम्मद अयूब सिद्धार्थनगर।