*तेज धूप निकला, पर नेपाल से आये बाढ़ से जिले की नदियाँ उफान मार रही हैं*
*सिद्धार्थनगर*।पिछले चौबीस घण्टे से पानी न बरसने व तेज धूप निकलने के बावजूद नेपाल से आ रहे बेरोकटोक पानी से जिले की पांच नदियाँ खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।जिससे जिले में सर्वत्र जल ही जल दिखाई पड़ रहा है।
नेपाल से बेरोकटोक आ रही पानी ने जिले के नदियों को बेलगाम बना रखा है।हालांकि मौसम साफ है और तेज धूप निकली हुई है।बूढ़ी राप्ती नदी तीन घाटों पर खतरा बिंदु को पार करके बह रही है।मुँहचोरवा घाट पर नदी 91,61 मीटर पर बह रही है और खतरा बिंदु से 82 सेंटीमीटर ऊपर है।परसोहन घाट पर नदी 95,67 मीटर पर बह रही है और खतरा बिंदु से 12 सेंटीमीटर ऊपर है।जबकि यही नदी ककरही पुल पर खतरा बिंदु से 2 मीटर 2 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है।और भयंकर रूप धारण किये हुए है।जिससे आसपास के पचासों गाँव इसकी चपेट में आ गए हैं व कई गांवों में पानी घुस गया है।
कूड़ा नदी दोनों स्थानों पर लाल निशान पर चुकी है और खतरनाक बनी हुई है।यह नदी आलमनगर में खतरा बिंदु से 70 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है।उसका रेलवे पुल पर 32 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है।घोंघी नदी लोटन में 56 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है।तेलार नदी भी 30 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है।इस तरह से अधिकांश नदियाँ लाल निशान से ऊपर बह रही है।जिससे जिले भर में जल ही जल दिखाई दे रहा है।तमाम रास्ते बंद है और निचले इलाकों में पानी भरा हुआ है।करीब 30 गाँव मैरुण्ड हो गए है।करीब दो सौ गाँवों में बाढ़ का पानी घुस गया है।जिससे एक तरफ धूप और दूसरे तरफ बाढ़ का नजारा देखने को मिल रहा है।
जिला संवाददाता- मोहम्मद अयूब सिद्धार्थनगर।