गजेन्द्र नाथ पांडेय-पूर्वांचल निष्पक्ष खबर अब तक-हेड-उत्तर प्रदेश
यूपी के महराजगंज में जहां बरसात का मानसून हाबी है वहीं दूसरी तरफ जनता के खून पसीने का बन रहा टैक्स व महंगाई का पैसा सरकार का बजट बनता है ।जिससे सरकार किसी न किसी योजना के माध्यम से गांव का विकास करने के लिए बजट को जारी करती है ,की जिससे ग्राम पंचायत में विकास कार्य हो सके ।जब की विकास कार्य में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए सरकार शासन एक न एक नये कर्मचारी नियुक्त करने के साथ ही तकनीकी ब्यवस्था बनाती है ।
लेकिन जनपद से लेकर ब्लाक मुख्यालय पर नियुक्त योजना का संचालन करने वाले जिम्मेदार अधिकारी व ग्राम पंचायत के रोजगार सेवक सहित अन्य सभी जिम्मेदार सारे नियम कानून को ध्वस्त कर मनरेगा योजना के बजट का बलि चढ़ा रहे है।
अगर शासन व सरकार मनरेगा योजना के विकास का जांच खूफिया एजेंसी या उच्चस्तरीय टीम लगाकर 20जून से चल रहे कच्चा मनरेगा योजना का जांच कराए तो जिम्मेदार अधिकारियों का खुलेगा पोल
महराजगंज:-जनपद के सभी ब्लाक में चल रहा मनरेगा योजना के तहत कच्चा काम ।चकबंध व पोखरा का जिर्णोद्धार का कार्य।जब की इस समय बरसात जमकर तीन दिन से हुआ है ।यहां तक की 18घंटा लगातार बारिश रिमझिम हुआ है ।इसी बरसात में किसान अपने फसल की रोपाई भी करना शुरू कर दिया है ।
इसी किसानों में मनरेगा मजदूर भी है ।जो इस 250 रूपए से लेकर 300 रूपए पर प्रत्येक दिन मजदूरी का कार्य कर रहे हैं । उसी मनरेगा मजदूरों के नाम पर आनलाइन मजदूरी व फोटो भी लोड हो रहा है ।वह फोटो कौन सा है-जानले-15 दिन के लिए मास्टर रोल व आईडी जारी हुआ चकबंध निर्माण के लिए।चार से पांच दिन में चकबंध का निर्माण कार्य पूर्ण हो गया है ।उसी चकबंध पर 10 दिन शेष कार्य चलता रहता है ।उसी चकबंध पर हुए पांच दिन के कार्य का फोटो अपलोड करते रहते है।
जिससे मनरेगा योजना का दस दिन का बजट मलाई काटने के काम आ जाता है। जिम्मेदार इसी की मलाई काटने के लिए मौन रहते हैं।अगर गोपनीय तरीके से जांच हो खूलेगा पोल। जिम्मेदार आएंगे सरकार के कटघरे में।
जबकि इस समय बरसात हो रहा जनपद के ब्लाक पर नियुक्त सभी बीडीओ, मनरेगा एपीओ, मनरेगा तकनीकी सहायक, ग्राम प्रधान, रोजगार सेवक से लेकर जिले उच्चाधिकारी देख रहे हैं । लेकिन फिर भी जनपद के सभी ब्लाक में चल रहा है मनरेगा योजना।