Breaking news letest up maharajganj:आचार संहिता के दौरान किसके बजट से लगा ताल्ही चौराहा पर हाईमैक्स-निर्वाचन आयोग के सख्त निर्देश पर भी देखें दुस्साहस

गजेन्द्र नाथ पांडेय-पूर्वांचल निष्पक्ष खबर अब तक

निर्वाचन आयोग के सख्ती के बाद भी महराजगंज जनपद के फरेंदा तहसील के कुछ गांव के चौराहा पर आचार संहिता के दौरान हाईमैक्स लाइट लगाने का मामला प्रकाश में आया है ।जिसे लेकर क्षेत्र में एक चर्चा का विषय बना है । यहां तक की बिजली विभाग के जिम्मेदार अधिकारी बिना कनेक्शन के ही लाइट सप्लाई कर दिया है ।

शनिवार को दिन में महराजगंज संसदीय क्षेत्र के फरेंदा विधानसभा के कुछ गांव के चौराहा पर आचार संहिता के दौरान निर्वाचन आयोग के फरमान को ताक पर रखकर हाईमैक्स की लाइट लगा दिया है । विश्वस्त सूत्र बताते हैं की इस दौरान कुछ ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधि व तथाकथित छुटभैय्या नेता हाईमैक्स की लाइट लगाने के दौरान अपना अपना फोटो भी खिंचवाए है ।

लेकिन किस जनप्रतिनिधि के किस निधि का कितने बजट से हाईमैक्स लाइट लगा है ।इसका शिलापट नहीं लगाया गया है ।जो यह भी एक चर्चा का विषय बना है । जनप्रतिनिधि के द्वारा आचार संहिता के ही दौरान हाईमैक्स लाइट लगाने का समय क्यों निर्धारित किया गया जो आचार संहिता उल्लंघन को लेकर सवालों के घेरे में है ?

अगर आचार संहिता लागू होने के पहले टेंडरिंग हुआ तो आचार संहिता के पहले भी हाईमैक्स लग सकता था या जिस भी प्रतिनिधि के बजट व निधि से लगना था वह हाईमैक्स लाइट लगाने का शिलान्यास आचार संहिता लागू होने के पूर्व क्यों नहीं किया?यह भी एक सवाल बन रहा है ?

आखिर में टेंडरिंग पहले और हाईमैक्स लाइट आचार संहिता के दौरान लगाई जाए तो कहीं जनप्रतिनिधि की सोची समझी रणनीति नहीं कहे तो इसे क्या कहा जाएगा।आखिर जब हाईमैक्स की लाइट लगाई गई तो किसके बजट से किस निधि से कितने लागत का है शिलापट्ट क्यों नहीं लगाया गया।जो सवालों के घेरे में है ।आखिर जिस प्रतिनिधि के बजट से लगा है ।वह जनप्रतिनिधि हाईमैक्स लाइट का लोकार्पण क्यों नहीं किया यह भी सवालों के घेरे में है ।

आचार संहिता लागू होने के पहले टेंडरिंग का हाईमैक्स अगर आचार संहिता के दौरान लगाया जा सकता है तो निधि से बजट जारी करने वाला जनप्रतिनिधि लोकार्पण करने से क्यों कतरा रहा है यह भी सवालों के घेरे में है।

हाईमैक्स लाइट लगाने के दौरान फोटो खिंचवाने वाले ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधि व छूट भैया आखिर किस बात को लेकर खिंचवाए फोटो। आखिर कही गांव के जनप्रतिनिधि के फोटो के सहारे बजट जारी करने वाला जनप्रतिनिधि आचार संहिता के हाईमैक्स लाइट लगाकर क्षेत्र में कौन सा संदेश देना चाहता है जो सवालों के घेरे में है ।

इस संबध उपजिलाधिकारी फरेंदा का कहना है कि मामला संज्ञान में नहीं था । लेकिन इसकी जांच कराकर आवश्यक कार्रवाई होगी।अगर आचार संहिता का मामला बनता है ।

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