जनपद के लक्ष्मीपुर ब्लाक के गांव कजरी का रहने वाला परिवार ने मुख्यमंत्री सामुहिक विवाह के लिए आवेदन किया था । लेकिन विभाग के जिम्मेदार अधिकारी आवेदन का सही समय पर जांच नहीं किया की जिससे सामुहिक शादी में शामिल होने वाले दूल्हे राजा को पता चल सके । यही हाल इस आवेदन में हुआ।समय से जांच नहीं किया और न ही जांच के बाद समय से लड़की व लड़का पछ को एडीओ समाज कल्याण अधिकारी चंदन पांडेय ने सूचना दिया ।
विश्वस्त सूत्रों की मानें तो सूचना के बाद आवेदिका के परिजन दूल्हे से सामुहिक विवाह का राज छिपाते हुए किसी अन्य काम से लक्ष्मीपुर ब्लाक मुख्यालय पर बुलाया था। लेकिन जब सामुहिक विवाह में दूल्हन के साथ शादी करने की बात उठी तो दूल्हे सामुहिक विवाह की शादी से इंकार इस बात को लेकर कर दिया की इस बात की जानकारी पहले क्यों नहीं दिया गया। जिससे वह शादी के जोड़े में तैयार होकर आता। लेकिन परिजनों कहा कि कल ही पता चला है सामुहिक विवाह आज होगा ।
अगर समय जिम्मेदार अधिकारी जांच कर आवेदिका के परिजनों को बता दिया होता तो समय दूल्हे राजा को भी सामूहिक विवाह में शामिल होने सूचना मिल जाता वह शामिल होता। लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों के लापरवाही के कारण शादी जोड़े दूल्हे राजा न होने से सामुहिक शादी दूल्हन के साथ बैठने से इंकार कर दिया।
ऐसे में सामुहिक विवाह में शामिल होने आई आवेदिका दूल्हन दूल्हे राजा की जगह अपने भाई को सामुहिक विवाह मंडप की बेदी में बैठा दिया। मिलने वाला सामग्री प्राप्त कर अपने परिजनों के साथ चल भी दिया।
लापरवाही देखें: नोडल अधिकारी से लेकर एडीओ समाज कल्याण अधिकारी ने दूल्हे राजा की जगह बैठे भाई की मान्यता देते हुए यह भी घोषित कर दिया की लक्ष्मीपुर ब्लाक मुख्यालय पर इतने जोड़े की शादी संपन्न हुआ।
विश्वसनीय सूत्र यह भी बताते हैं सामुहिक विवाह का आवेदन बिचौलियों के द्वारा ही अधिक से अधिक कराया जाता है ।वह आवेदन पर विभागीय अधिकारियों को मलाई खिलाकर आवेदन पर स्वीकृत ले लेते हैं । लेकिन कुछ ऐसे भी हैं जो सीधे आनलाइन कर सामूहिक विवाह में जोड़ें शामिल होना चाहता है उसके आवेदन की जांच जिम्मेदार रोक देते कहते कहते हैं की अगले तारीख पर होगा। सूत्र बताते हैं कि जब एक दिन रह गया तो आवेदिका के परिजनों को सामुहिक विवाह में शामिल होने के लिए सूचना दिया।
इस संबध में एडीओ समाज कल्याण अधिकारी लक्ष्मीपुर चंदन पांडेय का कहना है की लड़की पात्र थी लेकिन दूल्हे की जगह उसका भाई बैठा था।मंडप में दूल्हा बैठने से इंकार कर दिया था।