निष्क्रिय आशाओं को बर्खास्त करने के लिए दिया निर्देश- कमिश्नर अखिलेश सिंह
पूर्वांचल बुलेटिन निष्पक्ष खबर
ब्यूरो रिपोर्ट सिद्धार्थ शुक्ला बस्ती
बस्ती। मण्डलायुक्त अखिलेश सिंह ने निष्क्रिय आशाओं को बर्खास्त करने की कार्यवाही करने के लिए मण्डल के तीनों सीएमओ को निर्देशित किया है।
मण्डलीय समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा करते हुए उन्होने पाया कि नवजात बच्चों को घर पर देखने जाने में तमाम आशाए रूचि नही ले रही हैै। उन्होने यूनिसेफ की मॉनिटरिंग में पाया की आशाओं द्वारा नवजात के घर भ्रमण में मंडल में 85 प्रतिशत है।
डिविजनल हेल्थ कोऑर्डिनेटर यूनिसेफ सुरेंद्र शुक्ल ने बताया कि सांस कार्यक्रम के अंतर्गत बस्ती में प्रशिक्षण कराया जा चुका है तथा सिद्धार्थनगर में अभी प्रशिक्षण कराया जा रहा है। जनपद सिद्धार्थनगर के इटवा ब्लॉक में नया एसएनसीयू स्थापित किए जाने हेतु शासन से धन प्राप्त हो गया है।
जिसको इसी फाइनेंशियल ईयर में पूरा करा लिया जायेंगा। उन्होने बताया कि एचबीएनसी कार्यक्रम के अंतर्गत आशाओ द्वारा नवजात शिशुओं के भ्रमण में जनपद बस्ती में 65 प्रतिशत, संतकबीर नगर 75 प्रतिशत एवं सिद्धार्थनगर 68 प्रतिशत करायी गयी।
मण्डलायुक्त ने निर्देश दिया है कि एसएनसीयू में कम्युनिटी रेफरल जनपद सिद्धार्थनगर में 8.34 प्रतिशत है, जिसको बढ़ाए जाने की आवश्कता है। डिलीवरी के पश्चात् डिलीवरी की एंट्री मंत्र पोर्टल पर अप्रैल से जनवरी तक बस्ती 102 प्रतिशत, संतकबीर नगर 96 प्रतिशत, सिद्धार्थनगर 93 प्रतिशत है, जिसमे सुधार की आवश्कता है।
उन्होने बताया कि 0 से 5 साल बच्चो की मृत्यु रिपोर्टिंग प्रतिशत जनपद बस्ती मात्र 13 प्रतिशत ही है, जिसमे सुधार की आवश्कता है। आकांक्षी ब्लॉक की समीक्षा की गई।
जिसमे सुधार हुआ है। वीएचएसएनडी में राज्य स्तर से कंपोजिट स्कोर में बस्ती एवम सिद्धार्थनगर कम है। उन्होने बताया कि मंडल में समस्त जनपद में कोल्ड चेन प्वाइंट कैटिगरी में है। बैठक में जिलाधिकारी बस्ती अंद्रा वामसी, सिद्धार्थनगर के पवन अग्रवाल, सीडीओ जयेंद्र कुमार, संत कुमार, तथा विभागीय अधिकारी गण उपस्थित रहे।