मोहम्मद अयूब-जिला संवाददाता
यज्ञ समापन के दिन हुआ विशाल भंडारा
बिस्कोहर। क्षेत्र के ग्राम इमिलिया में चल रहे सात दिवसीय श्री शतचंडी महायज्ञ का मंगलवार को यज्ञ व पूर्णाहुति के साथ समापन हो गया । इस अवसर पर विशाल भंडारा हुआ। जिसमे भारी संख्या में क्षेत्र के तमाम लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया।
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यज्ञ समापन के पूर्व आयोजित कथा में कथा व्यास वासुदेवाचार्य महराज ने सुदामा चरित्र की कथा सुनकर श्रोताओं को भावविभोर कर दिया। उन्होंने कहा कि भागवत महापुराण में सुदामा का कहीं नाम नहीं है। बल्कि सखा नाम आया है। मित्र बहुत होते हैं पर सखा एक ही होता है। भिक्षुक बन कर भगवान कृष्ण के यहां भिक्षा मांगने द्वारिका पहुंचे सुदामा की कोई कामना नहीं थी।
केवल एक ही भाव था कि सखा से मिलना है। सुदामा निष्काम थे इसलिए प्रभु श्रीकृष्ण ने बिना मांगे अपने समान धन संपत्ति उन्हें दी। इस मौके पर राघवेद्र प्रताप सिंह, गजेन्द्र प्रताप सिंह, शैलेन्द्र प्रताप सिंह, सतेन्द्र प्रताप सिंह, राजन , गोपेश, कन्हैया, जग्गू, बाबूलाल, बड़कू चौरसिया, मनबहाल आदि श्रद्धालु मौजूद रहे।
जिला सवाददाता- मोहम्द अयूब सिद्धार्थनगर।