*जर्जर भवन में चल रहा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र*
इटवा-स्थानीय तहसील मुख्यालय पर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य भवन एवं कर्मचारी आवास पूर्ण रूप से जर्जर हो गया है।लेकिन इसके भवन का ध्वस्तीकरण न होने से इसी जर्जर भवन में ओपीडी चल रही है।यहां गम्भीर घटना होने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है।
लगभग तैंतीस वर्ष पूर्व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इटवा के दो मंजिला भवन एवं चिकित्सक तथा कर्मचारी आवास का निर्माण कराया गया है।उपरोक्त सभी भवन पूर्ण रूप से जर्जर हो चुके हैं।इसका ध्वस्तीकरण कराकर इसके स्थान पर दूसरा भवन बनाने के लिए पत्रावली शासन स्तर पर विचाराधीन है। इस अस्पताल परिसर में कोई अन्य भवन न होने के कारण इसी जर्जर भवन में नीचे के कमरों में वार्ड तथा ऊपर के कमरे में ओपीडी एवं दवा वितरण किया जा रहा है।इस अस्पताल के सीढ़ी का छत एवं पिलर टूटकर गिर रहा है।
खिड़कियों का छज्जा भी क्षतिग्रस्त हो चुका है।लेकिन विभाग के जिम्मेदारों की नजर इस पर नहीं पड़ रही है।इस संबंध में मुख्य चिकित्साधिकारी सिद्धार्थनगर डॉ नरेंद्र कुमार बाजपेयी ने कहा कि सीएचसी इटवा का भवन एकदम जर्जर है। एक वर्ष पूर्व ही इसकी पत्रावली शासन में कार्यवाही के लिए भेजा जा चुका है।बजट आवंटित होने पर ही नये भवन का निर्माण सम्भव हो सकेगा।
जिला सवाददाता- मोहम्द अयूब सिद्धार्थनगर।
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