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श्रीरामअवतार की कथा सुनकर भाव विभोर हुए श्रद्धालु*
बिस्कोहर- नगर पंचायत के शिव नगर वार्ड में आयोजित शिव मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा यज्ञ में व्यासपीठ से महंत केशव दास रामायणी ने श्रद्धालुओं को श्रीराम के अवतार लेने के सभी कारणों का वर्णन बिस्तार से किया।
यह कथा सुनकर श्रद्धालु भाव विभोर हो गए।
कथा में उन्होंने बताया कि भगवान शिव से माता पार्वती ने प्रश्न किया कि राम कौन हैं और क्यों भगवान एक मनुष्य का रूप लेकर पृथ्वी पर आए। भगवान शिव ने माता उमा के प्रश्नों का उत्तर देते हुए बताया की भगवान के अवतार लेने के पांच विशेष कारण हैं।
पहला कारण संत कुमारों का भगवान के पार्षदों को श्राप। जिसके कारण उनको राक्षस योनि में जाना पड़ा और उनके उद्धार के लिए भगवान को अवतार लेकर पड़ा। दूसरा कारण जालंधर का उद्धार करने के लिए भगवान ने छल से उसकी पत्नी वृंदा का सतीत्व भंग किया। जिसके कारण वृंदा ने भी भगवान को श्राप दिया कि आपको मनुष्य बनना पड़ेगा।
तीसरा कारण था नारद जी का श्राप। चौथा कारण मनु और शतरूपा को भगवान का वरदान रहा कि प्रभु स्वयं उनके पुत्र बनकर आएंगे। पांचवा कारण राजा प्रतापभान, अरीमर्दन और धर्मरुचि को ऋषियों का श्राप।
यह तीनों ही रावण, कुंभकरण और विभीषण बने। इस अवसर पर महामंडलेश्वर बाबा अभि राम दास ,महंथ सुमेर दास, आचार्य नागेंद्र गौतम , आचार्य दिनेश शर्मा , सूर्य नारायण दुबे, तारा प्रसाद मिश्रा, शारदा पांडेय, अशर्फी यादव,शोभा राम यादव, अंकित बाबा, संदीप यादव, गोरखनाथ, लड्डन यादव, रामपत, चंद्र प्रकाश सहित तमाम लोग मौजूद रहे।