अनाथ बच्चे का सहारा बने निदेशक बीआरसी एकेडमी
पूर्वांचल बुलेटिन निष्पक्ष खबर
ब्यूरो रिपोर्ट सिद्धार्थ शुक्ला बस्ती
बस्ती। कहते हैं जिसका कोई सहारा नहीं उसका भगवान होता है इसी कहावत को चरितार्थ करते दिखे बीआरसी एकेडमी के निदेशक सुनील शुक्ला आपको बताते चलें कि बगहवा ग्रांट जनपद सिद्धार्थनगर की निवासिनी रमा सिंह अपने रिश्तेदार के साथ अपने बच्चे को लेकर बीआरसी एकेडमी की बांसखोर कला ब्रांच में प्रवेश हेतु पहुंची। विद्यालय में उपस्थित शिक्षक से बातचीत के दौरान पता चला कि बच्चे के पिता जी का देहावसान विगत कुछ दिनों पूर्व एक सड़क दुर्घटना में हो गया तब से परिवार अनाथ हो गया। विद्यालय प्रबंधन द्वारा पूरे मामले की जानकारी विद्यालय के निदेशक सुनील शुक्ला जी को दी गई।
शुक्ला जी ने मामले को जानने के बाद बच्चे को निशुल्क शिक्षा देने का निर्णय लिया और कहा बीआरसी परिवार के बच्चों की शिक्षा में जो भी अधिकतम संभव सहयोग होगा वह विद्यालय प्रबंधन की जिम्मेदारी ही नहीं बल्कि प्राथमिकता है। हम अपनी प्राथमिकता का सुचारू ढंग से अनुपालन करते हुए बच्चे को बेहतर सुविधा मुहैया कराने का हर संभव प्रयास करेंगे। निदेशक के इस फैसले पर बच्चे की मां ने प्रशंसा करते हुए कहा यह विद्यालय प्रबंधन का बहुत बड़ा उपकार है जिसको कभी भी भुलाया नहीं जा सकता रमा सिंह ने कहा अब मेरा बच्चा भी आधुनिक शिक्षा से वंचित नहीं रह जाएगा। बालक अपने रिश्तेदार राधेश्याम सिंह के घर नरही में रहकर ही पढ़ाई का कार्य पूरा करेगा। बीआरसी एकेडमी के निदेशक सुनील शुक्ला के इस फैसले की चारों और सराहना हो रही है।