बार-बार सील होना और खुलना कहीं ना कहीं बहुत बड़ा संदेश बना हुआ है
देवरिया के मशहूर संचालक अरुण अल्ट्रा पैथोलॉजी
बार-बार सील होना और खुलना कहीं ना कहीं बहुत बड़ा संदेश बना हुआ है
देवरिया। क्षेत्र झोला छाप डॉक्टरों का हब बन चुका है।इस इलाके के विभिन्न चौराहों पर झोला छाप डॉक्टरों की बाढ़ आ गई है।इन झोला छाप डॉक्टरों ने बकायदे अपना अस्पताल खोलकर भोले – भाले मरीजों को अपने चंगुल में लेकर उनसे मोटी रकम ऐंठना अपना मिशन बना लिया है।नीम हकीम खतरे जान की कहावत को चरितार्थ करते हुए ये बिना डिग्री वाले डॉक्टर मरीजों की जान से खेल रहे हैं।वहीं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी आंखें बंद किए हुए हैं। बता दें कि देवरिया जिले के राघव नगर में अरुण अल्ट्रा पैथोलॉजी जिस डॉक्टर डिग्री लगी हुई है वह डॉक्टर मौके पर नहीं मिलते हैं सूत्रों के अनुसार सीएमओ कार्यालय में जब भी अरुण अल्ट्रा पैथोलॉजी सील होता है तो मोटी रकम देकर मैनेज किया जाता है जिसका खामियाजा देवरिया की भोली-भारी जनता भुगत रही है आपको बताते चलें कि कल रात डॉ विनोद सिंह के यहां एक महिला ने दम तोड़ दिया देवरिया की सम्मानित जनता सीएमओ साहब से यह जरूर जानना चाहेगी की किस डॉक्टर ने उसे महिला को बेहोशी का इंजेक्शन दिया था और किसी डॉक्टर ने ऑपरेशन किया सूत्रों के अनुसार वहां की भीड़ देखकर मौके पर पहुंचे अरुण अल्ट्रा पैथोलॉजी के संचालक अरुण विश्वकर्मा शासन-प्रशासन की आंखों में धूल झोंक कर मैनेज करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ें अब देखना यह है कि सीएमओ देवरिया इस घटना को देखते हुए क्या कार्रवाई करते हैं देवरिया राघव नगर में स्थित अरुण अल्ट्रा पैथोलॉजी बिना डाक्टर एवं बिना प्रशिक्षित स्टाफ के बेखौफ संचालित किया जा रहा है।