Watch “up महराजगंज के कांधपुर ,बेलौहा में न बिजली,न सड़क न पानी न स्वास्थ्य सेवा-हर साल तबाही का मंजर देखते” on YouTube
यूपी के महराजगज जनपद के नौतनवा विधान सभा के सोहगी बरवा वन्य जीव के कांधपुर व बेलौहा दर्रा के बनग्रामीण चारो तरफ से रोहिन नदी व जंगल से घिरे है । प्रत्येक वर्ष रोहिन नदी के तांडव से थर थर कापने के साथ प्रत्येक वर्ष वर्वाद हो रहे है ।सीएम योगी की सरकार ने विकास की मुख्य धारा से जोड़ने के राजस्व गांव में संबध करने के साथ ही राजस्व गांव का दर्जा भी दिया है । लेकिन स्थानीय जिम्मेदार अधिकारी समेत जनप्रतिनिधी इनके बीच नही पंहुच पा रहे है । जिससे इनके मुख्य समस्या को देख विकास की मुख्य धारा से जोड़ सके ।
रोहिन नदी व जंगल चारो तरफ से घेर रखा है :नौतनवा विधानसभा के गांव टेढी में संबध है कांधपुर व बेलौहा दर्रा ।सड़क न होने से बरसात व बाढ के समय चारो तरफ से घिर जाते है ।चूकि रोहिन नदी बनग्राम के सटे बहती है ।यही से कुछ दूरी पर तीन तीन छोटी नदिया आकर मिलती है ।यंहा तक बनग्रामीण बताते है की कटान होने से कुछ दूरी पर जाकर अपना निवास करते है ।लेकिन कटान करते नदी बनग्राम के समीप पंहुच गई है ।यंहा पर पाच से सात फूट पानी का जमाव होता है ।
बाढ के समय रोहिन नदी का तांडव इतना विकराल होता है की थर थर कापते है बनग्रामीण।सीएम आवास तो मिला है ।लगभग नब्बे आवास भी बना है ।कुछ परिवार झोपड़ी डाल कर रिहायशी आवास बना लिया है । लेकिन सबसे बड़ा मुख्य समस्या रोहिणी नदी के हो रहे कटान का है ।कटान भी गांव के ही तरफ ज्यादा हो रहा है । जिससे भयभीत है।
बरसात खत्म होने के बाद कोई भी जिम्मेदार अधिकारी व जनप्रतिनिधि इनके समस्या को देखने के लिए इनके बीच नही पंहुचता है । जिससे इनके समस्या का निदान हो। अगर इनके पास तक पंहुचते तो भौगोलिक स्थिति देखते और इनके समस्या के निदान के लिए पहल करते।बरसात एक माह हे । कटान वाले जगह पर जिम्मेदार अधिकारी ठोकर लगवाते या बाध का निर्माण कराते तो यह स्वय कुछ अपने परिश्रम पर विकास करते।जो भी विकास करते है रोहिन नदी के साथ बह जाता है ।
गांव से सटे दौड़ रहा 11000बोल्ट के लाइन की स्पालाई लेकिन नही हो पा रहा कनेक्शन: कांधपुर बनग्राम के बीच से बिजली की सप्लाई हो रही है ।जो केवलापुर के तरफ गया है ।लेकिन जिम्मेदार अधिकारी व जनप्रतिनिधि के रूचि न लेने से बिजली के लिए भी तड़प रहे है बनग्रामीण।
मुख्य संर्पक मार्ग न होने से बरसात में मुसीबत ही मुसीबत बन जाता सड़क: बनग्राम से तीन किलोमीटर की दूरी पर है चानकी पुल । लेकिन कच्चा गडढा युक्त सड़क बेमतलब साबित होता है।जब की यंहा से साढे तीन किलो मीटर की दूरी जंगल गुलरिहा व तुलसीपुर चौराहा है । लेकिन गडढा युक्त सड़क पीच मांर्ग होकर नही जुट रहा है ।
प्रसव में महिलाओं को मुसीबत उठाना पड़ता है गडढा युक्त सड़क चिकित्सा सेवा के लिए जाते समय ।
भाकियू जिलाध्यक्ष सुरेश चंद सहानी समेत बनग्रामीणो ने रोहिन नदी पर ठोकर,पीच सड़क,बंधा व बिद्युत्ती करण कराने की मांग किया यूपी सीएम समेत जिला के उच्चाधिकारियों से ।इस दौरान ओमप्रकाश मौर्या, रविन्द्र सहानी समेत सैकड़ों बनग्रामीण उपस्थित रहे ।