प्राथमिक विद्यालय धुसवा कला में शौचालय का अभाव खुले में शौच को जाते हैं स्कूली बच्चे,ऑपरेशन कायाकल्प के बाद भी नहीं बदली धुसवा कला, भगवानपुर बरगदवा, स्कूलों की काया
पूर्वांचल बुलेटिन निष्पक्ष खबर अब तक
अर्जुन जायसवाल
पुरंदरपुर महाराजगंज
परिषदीय विद्यालयों की दशा सुधारने के लिए शासन के आदेश पर कायाकल्प अभियान चलाने के बाद भी लक्ष्मीपुर ब्लाक के धूसवां कला, भगवानपुर बरगदवा के विद्यालयों की तस्वीर नहीं बदल सकी है। इन विद्यालयों के शौचालय नाम मात्र का हैं। सरकारी स्कूलों में स्वच्छता अभियान को झटका लग रहा है। शौचालय हैं तो वह टूटे पड़े हैं। नए शौचालय बनाने के लिए प्रस्ताव अटके हैं। बच्चे खुले में शौच को जा रहे हैं जबकि सरकार जिले को नहीं देश को खुले में शौच मुक्त करना चाहती है। यह स्थिति तब है जब स्वच्छता अभियान और सबको शिक्षा के लिए सरकार और उसके अधिकारी लगातार सक्रियता बनाए हुए हैं। इस स्थिति को प्रधानाध्यापक ने ग्राम प्रधान को अवगत कराया है।विद्यालय में शौचालय नहीं होने का खामियाजा बच्चे भुगत रहे है। ग्राम प्रधान व सचिव के लापरवाही के कारण कहीं टाइल्स, कहीं बाउंड्री तो कहीं शौचालय नहीं बने। रसोई घर, स्टोर रूम, भवन भी जर्जर हैं, मगर कागजों में काम पूरा दिखाकर वाहवाही लूटी जा रही है।
आपरेशन कायाकल्प के तहत विद्यालयों में इन पैरामीटर पर होना था काम।
:-बालक और बालिकाओं के लिए अलग-अलग शौचालय।
:-कक्षों की फर्श पर टाइल्स।
:- रसोई घर का निर्माण।
:- प्रसाधनों में जलापूर्ति।
:- पेयजल।
:- श्यामपट्।
:- पौधारोपण।
:- विद्यालय की रंगाई-पुताई।
:- मल्टीपल हैंडवॉशिंग यूनिट।
:- कक्षा कक्ष में उपयुक्त वायरिंग,विद्युत उपकरण व्यवस्था।
:- दिव्यांगों के लिए रैंप और शौचालय।