प्रवासी मजदूरों के मदद के लिए बड़े शहरों में अफसरों की तैनाती करेगी योगी सरकार
पपूर्वांचल बुलेटिन निष्पक्ष खबर अब तक
गजेन्द्र नाथ पांडेय
पूर्वांचल बुलेटिन – हेड – उत्तर प्रदेश
लखनऊ: अपनों को छोड़ कर हजारों किलोमीटर दूर परदेश में काम करने गए यूपी के प्रवासी मजदूरों की सुरक्षा और सम्मान की रक्षा करने का जिम्मा अब योगी सरकार ने उठा लिया है. योगी सरकार अपने प्रदेश के मजदूरों की सुरक्षा और सम्मान की रक्षा परदेश में भी सुनिश्चित करने जा रही है. प्रवासी मजदूरों की सुरक्षा के लिए योगी सरकार दिल्ली,मुंबई और कोलकाता जैसे शहरों में अपने निगरानी अधिकारीयों की तैनाती करने जा रही है .
महानगरों और बड़े शहरों में तैनात होंगे अफसर
योगी सरकार migrant labour की अधिक संख्या वाले शहरों में अफसरों की तैनाती कर प्रवासी मजदूरों की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करेगी. अपने मजदूरों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित को लेकर दूसरे राज्यों में अफसरों की तैनाती करने वाला उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य होगा.
दिल्ली,महाराष्ट्र,पश्चिम बंगाल, गुजरात और आंध्र प्रदेश समेत तमाम राज्यों के आर्थिक विकास और उद्योगों की रीढ़ बन चुके उत्तर प्रदेश के लाखों प्रवासी मजदूरों की सुरक्षा और सम्मान पर योगी सरकार की गंभीर है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने परदेश में रहने वाले मजदूरों की सुरक्षा,सुविधा और सम्मान सुनिश्चित करने निर्देश अफसरों को दिए हैं.
योजना की शुरुआत मुंबई में अधिकारीयों की तैनाती से होने जा रही है. तय योजना के मुताबिक मुंबई में उत्तर प्रदेश सरकार के दो अफसरों की तैनाती की जाएगी. मुंबई में मौजूद रह कर ये अफसर यूपी के मजदूरों को मिल रही सुविधा,सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करेंगे.
प्रवासी मजदूरों की करेंगे हर काम में मदद
प्रवासी मजदूरों के साथ किसी भी समस्या होने पर यूपी के अफसर स्थानीय प्रशासन से बात कर समाधान करायेंगे और इसकी रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजेंगे
30 लाख से ज्यादा मजदूरों को होगा फायदा
मजदूरों की सुरक्षा और सम्मान को लेकर योगी सरकार का यह फैसला हजारों किलोमीटर दूर रह रहे 30 लाख से ज्यादा प्रवासी मजदूरों और उनके परिवार के लिए राहत की खबर है. गौरतलब है कि कोरोना काल में दिल्ली,मुंबई में रह रहे लाखों मजदूरों को जबरन बाहर कर दिया गया था. कोलकाता और मुंबई में रह रहे प्रवासी मजदूरों के साथ दुर्व्यवहार की खबरें भी आती रही हैं.