गोपियापार में बिना परमिट के जामुन के पेड़ कटने की जांच में जुटी कप्तानगंज वन विभाग की टीम
बस्ती। जनपद के कप्तानगंज वन प्रभाग के अन्तर्गत ग्राम पंचायत गोपियापर में बिना परमिट के जामुन के पेड़ कटने की सूचना पर कप्तानगंज वन विभाग की टीम पहुंची और जांच पड़ताल में जुट गई हैं। कप्तानगंज रेंज में वन रक्षक ही भक्षक बनते जा रहे हैं। वन रक्षक ही अपनी जेब गर्म करके वन माफियाओं को सरंक्षण दे रहे हैं और धड़ल्ले से वन माफिया पर्यावरण संतुलन बिगाड़ रहे हैं।
वन क्षेत्राधिकारी कप्तानगंज हीरा लाल अवस्थी जब से कप्तानगंज वन क्षेत्राधिकारी का प्रभारी पद ग्रहण किया है तब से काफी वन माफियाओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है लेकिन पूरी तरह से कटान नही रुक पा रहा है जिसका मुख्य कारण कि बिना परमिट के अवैध हरे पेड़ों के कटने की सूचना न मिलना है। कुछ वन रक्षक ऐसे है जो वन क्षेत्राधिकारी हीरा लाल अवस्थी को बिना सूचना दिये बिना परमिट के हरे पेड़ों के कटान की जिम्मेदारी लेकर अवैध हरे पेड़ों की धड़ल्ले से कटान करवाते हैं और जब अवैध हरे पेड़ों के कटान की सूचना वन क्षेत्राधिकारी कप्तानगंज के पास पहुंचती है।
तो अनजान बन जाते हैं कि हमें अवैध हरे पेड़ों के कटान के बारे में कोई जानकारी नहीं है। तेज तर्रार वन क्षेत्राधिकारी हीरा लाल अवस्थी ने कहा कि वन विभाग कप्तानगंज की छवि खराब करने वाले कर्मचारियों की जांच कर कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। कप्तानगंज रेंज में बिना परमिट के अवैध हरे पेड़ों की कोई परमिट जारी नही हो रही है यदि क्षेत्र में अवैध हरे पेड़ों के कटने की सूचना पर वन माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई होगी। इस सम्बंध में वन क्षेत्राधिकारी ने बताया कि गोपियापार में बिना परमिट के जामुन के पेड़ की जांच चल रही है। सुबह तक उक्त मामले में मुकदमा दर्ज करके आवश्यक कार्रवाई की जायेगी।