दिल्ली में हो रहे आन्दोलन के समर्थन में कृषि बिल वापस ले सरकार : भाकियू सुरेश चंद साहनी

 

दिल्ली में हो रहे आन्दोलन के समर्थन में कृषि बिल वापस ले सरकार : भाकियू सुरेश चंद साहनी

पूर्वांचल बुलेटिन निष्पक्ष खबर अब तक 
अर्जुन जायसवाल की रिर्पोट 
पुरंदरपुर महराजगंज 

क़ृषि कानून के विरोध में भाकियू के जिलाध्यक्ष सुरेश चंद सहानी निकाला रैली सूचना मिलते ही भारी संख्या पंहुचा पुलिस बल, एडीएम कुंज बिहारी अग्रवाल ने लिया संबोधित मांग पत्र

किसानों ने भरी हुंकार–जब जब दुःखी किसान रहेगा, धरती पर तूफ़ान रहेगा, किसान अन्न का दाता हैं, फिर भी मारा जाता है

महराजगंज जनपद के भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष सुरेश चन्द साहनी के नेतृत्व में किसानों ने रैली निकाली इसके साथ ही कृषि सुधार बिल वापस लेने एवं न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी के लिए कानून बनाने की मांग को लेकर उन्होंने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एडीएम कुंजबिहारी अग्रवाल को सौंपा। 6 फरवरी 2021 दिन शनिवार की सुबह से ही भाकियू जिला अध्यक्ष सुरेश चंद साहनी, प्रदेश संगठन मंत्री जगराम चौधरी, के साथ महराजगंज जनपद के कोतवाली थाना फरेंदा के आनंदनगर रेलवे स्टेशन पर एकत्र होना शुरू हो गए थे। सुबह करीब 11 बजे तक वहां से शुगर मील व विष्णु मंदिर पर करीब डेढ़ बजे सैकड़ों की तादाद में किसान वहां पर जमा हो चुके थे। ऐसे में सभी भारतीय किसान यूनियन महराजगंज के जिला अध्यक्ष सुरेश चन्द सहानी के नेतृत्व में रैली निकालते हुए। फरेंदा रेलवे स्टेशन से जैसे ही वह विष्णु मंदिर पर पहुंचे तो वहां मौजूद एडीएम कुंज बिहारी अग्रवाल, कोतवाली थाना फरेंदा एसओ गिरिजेश उपाध्याय, व अन्य पुलिसकर्मियों ने उन्हें आगे जाने से रोकने का प्रयास किया। लेकिन वह रुकने को तैयार नहीं थे। इस पर भाकियू जिलाध्यक्ष ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन उन्हें सौंपा। इस ज्ञापन के द्वारा उन्होंने कृषि सुधार बिल वापस लेने एवं न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी के लिए कानून बनाने की मांग की। उन्होंने कहा कि इन्हीं मांगों को लेकर किसान आंदोलन कर रहे हैं। क्योंकि किसान संगठनों की बिना राय मश्वरे के इस बिल को सरकार लेकर आयी है। इसके साथ ही बताया कि वर्तमान स्थिति में देश के किसान को आत्मनिर्भर बनाने की आवश्यकता है। भारतीय किसान यूनियन जिलाध्यक्ष सुरेश चन्द साहनी ने ज्ञापन में कहा कि

( 1 )–कृषक उपज व्यापार एवं वाणिज्य ( संवर्धन और सरलीकर विधेयक-2020

( 2 )–कृषि (सशक्तिकरण और  संरक्षण) क़ीमत आश्वासन और सेवा करार विधेयक-2020

(3 )–आवश्यक वस्तु संशोधन विधेयक-2020

उक्त तीनों विधेयकों को वापस लेते हुए। बिना किसान संगठनों से बात किए लाए गए। इस कानून को सरकार को वापस लेना चाहिए। क्योंकि इस आंदोलन के दौरान कई किसान अपनी शहादत दे चुके हैं। इस दौरान मौके पर भारी तादाद में पुलिस बल तैनात रहा। ज्ञापन सौंपने वालों में भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष व जिला पंचायत सदस्य सुरेश चन्द साहनी, प्रदेश संगठन मंत्री जगराम चौधरी, राजमणि साहनी, गिरिजेश चौधरी, जैनुल आवदीन, रिजवान, रामनेवास, जौहर अली, फत्ते खाँ, शमशेर अली, रामकेवल निषाद, ओमप्रकाश मौर्या, अजहरुद्दीन, समेत सैकड़ों की संख्या में किसान मौजूद थे।

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