सैय्यद शफीकूरहमान की रिपोर्ट-संत कबीरनगर
जैन चैत्रालय (मंदिर) से चोरी अष्टुधातु की मूर्ति को पुलिस ने किया बरामद
पुलिस अधीक्षक सत्यजीत गुप्ता ने घटना का किया खुलास, तीन आरोपी भेजे गए जेल
संतकबीरनगर।पुलिस अधीक्षक सत्यजीत गुप्ता ने जैन चैत्रालय मंदिर से चोरी हुई अष्टुधातु की मूर्ति के घटना का खुलासा किया करते हुए घटना में संलिप्त 3 आरोपीयों को जेल भेज दिया।
घटना का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक ने बताया कि कोतवाली खलीलाबाद को अरुण कुमार जैन पुत्र स्व0 रांमंनरायन जैन निवासी बंजरिया पूर्वी नगर पालिका थाना कोतवाली खलीलाबाद ने जैन चैत्रालय (मंदिर) से भगवान चन्द्राप्रभू की अष्टधातु की मूर्ति तथा अन्य सामान अभियुक्त आशुतोष जैन उर्फ तारण के द्वारा चोरी कर लेने के सम्बन्ध में थाना कोतवाली खलीलाबाद पर प्रार्थना पत्र दिया ।
जिस पर थाना कोतवाली खलीलाबाद द्वारा मु0अ0सं0 799/2024 धारा 303(2) बीएनएस पंजीकृत किया गया । प्रभारी निरीक्षक थाना कोतवाली खलीलाबाद सतीश कुमार सिंह के नेतृत्व में गठित टीम द्वारा मु0अ0सं0 799/2024 धारा 303(2), 317(5), 317(2) बीएनएस थाना कोतवाली खलीलाबाद जनपद संतकबीरनगर से सम्बन्धित 03 नफर अभियुक्तगण 1. आशुतोष जैन उर्फ तारण पुत्र अनन्त कुमार जैन निवासी बंजरिया पुर्वी नगर पालिका कोतवाली खलीलाबाद संतकबीरनगर 2. हर्षित गुप्ता पुत्र राजेश गुप्ता निवासी विधियानी चौराहा थाना कोतवाली खलीलाबाद जनपद संतकबीरनगर 3. अजय वर्मा पुत्र स्व0 ध्रुवलाल वर्मा निवासी नेदुला चौराहा को 01 अदद मुर्ति पीली धातु, 01 अदद लोटिया, 01 अदद चम्मच सफेद धातु की व नगद 14000 रुपये के साथ विभिन्न स्थानों से गिरफ्तार किया गया ।
पूछताछ में अभियुक्त आशुतोष जैन द्वारा बताया गया कि 25 सितंबर की रात मे मेरे द्वारा अपने घर के मन्दिर से चन्द्राप्रभू की मूर्ति की साज सज्जा की सामाग्री चादीं का सिंहासन, छत्तर, पट्टी, गोला व लोटिया तथा चम्मच चुराया गया था तथा जिसको 15 अक्टूबर मैने अपने दोस्त हर्षित को बेचने के लिये दिया था । अभि0 हर्षित गुप्ता ने बताया कि 26 सितंबर को आशुतोष जैन ने अपने घर में चोरी करके मुझे चन्द्राप्रभू की मूर्ति की साज सज्जा की सामाग्री चांदी का सिहांसन, छत्तरी, पट्टी, गोला व लुटिया तथा चम्मच बेचा था।
जिसे मैने नेदूला चौराहे पर स्थित बाला जी ज्वैलर्स नाम के दुकानदार अजय वर्मा पुत्र स्व0 ध्रुवलाल वर्मा निवासी नेदुला चौराहा थाना कोतवाली खलीलाबाद को बेचा था । उसने मुझे 1,03,000 रुपये दिये थे जिसमें से मैने 29,000रुपये आशुतोष जैन को दिया था तथा बाकी अपने पास रख लिया था । उसके बाद दिनांक 16.10.2024 को आशुतोष जैन ने मुझे चन्द्राप्रभू की पीली धातु की मूर्ति अपने घर से चोरी करके मुझे बेचने के लिये दिया था ।
पुलिस अधीक्षक सत्यजीत गुप्ता ने घटना का खुलासा करते हुए तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया
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