डेंगू नियंत्रण और बचाव में जनसमुदाय की भागीदारी जरूरी – सीएमएस
जागरूकता के हथियार से करें डेंगू पर वार
डेंगू नियंत्रण और बचाव को लेकर संगोष्ठी आयोजित
महराजगंज । डेंगू नियंत्रण और बचाव में जनसमुदाय की भागीदारी जरूरी है। मतलब जागरूकता के हथियार से ही डेंगू पर वार किया जा सकता है। उक्त बातें मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डाॅ.एपी भार्गव ने अपने कार्यालय कक्ष में गुरुवार को डेंगू नियंत्रण एवं बचाव संबंधित जन जागरूकता विषयक गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहीं। उन्होंने बीमारी, बचाव और सामुदायिक भूमिका के बारे में विस्तार से चर्चा करते कहा कि पिछले माह विशेष संचारी रोग नियंत्रण माह और दस्तक पखवाड़ा मनाया मनाया गया।
इस दौरान विभिन्न गतिविधियां आयोजित कर लोगों को जागरूक किया गया।
सीएमएस ने कहा कि मच्छरजनित बीमारियों से बचाव पर सरकारी तंत्र प्रयास कर रहा है। समय से डेंगू की पहचान और चिकित्सक से सम्पर्क बेहद जरूरी है। इस बीमारी का प्रसार दर हमेशा से चिंता का विषय रही है। ऐसे में इससे बचाव के उपाय में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के साथ साथ समाज के सभी हितधारकों की अहम भूमिका है।
चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ एके द्विवेदी कहा कि डेंगू से बचाव के लिए लोगों तक सही जानकारी पहुचाना बहुत जरूरी है। डेंगू मरीज का समय से सही जगह पर संदर्भन, इससे होने वाली जटिलताओं को रोकने के कारगार है। डाक्टर द्विवेदी ने कहा कि डेंगू मच्छर के काटने से होता है । यह मच्छर दिन के समय काटता है और इसे पनपने के लिए थोड़ा सा साफ पानी भी पर्याप्त है। तेज बुखार और जोड़ों में दर्दे इस बीमारी के प्रमुख लक्षण हैं। रूक रूक कर बुखार आता है और प्लेटलेट नीचे गिरने लगता है।
वरिष्ठ चिकित्सक डाॅ. एवी त्रिपाठी ने कहा कि डेंगू से बचाव के लिए लोगों को फ्रीज , कूलर का पानी बदलते रहने, घर के पास टायर, नाद या अन्य किसी बर्तन में पानी जमा न होने देने और साफ सफाई पर विशेष ध्यान देने की सलाह दी जाती है। लोगों को मच्छरदानी का प्रयोग करने और पूरी बांह की कमीज पहनने , स्वच्छ पेयजल का सेवन करने से तथा शौचालय का प्रयोग करने के लिए कहा जाता है।
उन्होंने कहा कि डेंगू के लक्षण दिखे तो तत्काल चिकित्सक से सम्पर्क कर इलाज शुरू कराएं । झोलाछाप के चक्कर में न पड़े और न ही अपने मन से दवा लें। गोष्ठी में डाॅ केके झा, डाॅ वीके मौर्य, डाॅ राजू यादव, डाॅ अम्बर इस्रलाम ,डाॅ अनिरुद्ध कुमार, नर्स और सफाई कर्मी प्रमुख तौर पर मौजूद रहे हैं।
—-
डेंगू से बचाव के लिए सावधानी –
– साफ सफाई पर विशेष ध्यान दें।
– शौचालय का प्रयोग करें ।
– आसपास जलभराव न होने दें।
– स्वच्छ पेयजल का सेवन करें ।
– गंदगी से दूर रहें ।
– जलभराव वाले स्थान पर जला मोबिल का छिड़काव कर दें ।
– दरवाजे व खिड़कियों पर जाली/परदे लगाएं ।
डेंगू के लक्षण –
– अचानक तेज दर्द व बुखार आना।
– त्वचा पर चकत्ते उभरना ।
– नाक, मुॅह, मसूडों से खून आना।
– जी मिचलाने एवं उल्टी होना।
– हाथ-पैर के जोड़ों एवं मांस पेशियों में दर्द ।