सेमरियावां ब्लॉक के ग्राम पंचायतों में मनरेगा योजना में फर्जीवाड़ा मस्टरोल का खेल जारी
जिम्मेदार साहब की मिलीभगत से सिर्फ कागजों में ही निपटा दिए जाते हैं मजदूर।कर दिया जाता है लाखो का भुगतान।
इ मस्टरोल के सफेद कागजों में ही दौड़ रहे 75 मनरेगा के मजदूर। धरातल पर कुछ भी नहीं है मौजूद।
आन लाइन मस्टरोल में सगरवा तालाब में अमृत सरोवर निर्माण में 75 मजदूर कर रहे कार्य धरातल पर निशान तक नहीं।
सेमरियावा ब्लॉक क्षेत्र के चर्चित ग्राम पंचायत सैथवलिया सुटेहरा ग्राम पंचायत का है पूरा मामला।
जब की मनरेगा में पारदर्शिता को लेकर ब्लाक मुख्यालय मनरेगा योजना को संचालन करने वाले एपीओ, तकनीकी सहायक, रोजगार सेवक सहित ब्लाक बीडीओ मौन है ।
ऐसे सवाल उठता है की मनरेगा योजना के बजट को सिर्फ बंदर बांट क्यों करने में लगे हैं जिम्मेदार अधिकारी।जब मामला हाईलाइट हो जाता है तो मास्टरोंल जीरो कर सभी जिम्मेदार पल्ला झाड़ लेते हैं ।
अगर जिले के उच्चाधिकारियों सहित प्रदेश के विभागीय अधिकारी ब्लाक से लेकर गांव के जिम्मेदार पर कार्रवाई तो हो सकता है । मनरेगा में सुधार । लेकिन मामला जीरो कर दबा दिया जाता है।