यूपी के महराजगंज जनपद के लक्ष्मीपुर ब्लाक में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह में अजीबोगरीब मामला प्रकाश में आने के बाद जिम्मेदार अधिकारियों के बिच में हड़कंप मचा है। हालांकि की जांच कर अधिकारियों ने कार्रवाई शुरू कर दिया है ।
5 मार्च को मुख्यमंत्री सामुहिक विवाह का आयोजन जनपद के लक्ष्मीपुर ब्लाक मुख्यालय परिसर में किया गया था । जिसमें क्षेत्र के ग्राम पंचायत कजरी की रहने वाली एक शादीशुदा लड़की 10 माह बाद दूसरी बार शादी करने के लिए मुख्यमंत्री सामुहिक विवाह में शामिल हो गई।
सामुहिक विवाह में शादीशुदा लड़की अपने शादीशुदा पति को शामिल होने के लिए लक्ष्मीपुर ब्लाक मुख्यालय पर जब कहा तो नाराज़ होकर वह ब्लाक मुख्यालय से बाहर चला गया।जिसकी जानकारी उसी समय एडीओ समाज कल्याण प्रभारी समेत जिम्मेदार अधिकारियों को हो गई थी । लेकिन मौन सभी जिम्मेदार अधिकारी मौन हो गए थे। हालांकि शादीशुदा लड़की अपने भाई को दूल्हा राजा बनाकर मुख्यमंत्री सामुहिक में विवाह में मिलने वाला सामग्री प्राप्त कर अपने भाई के साथ मैके के गांव कजरी चली गई।
इधर खंड विकास अधिकारी नोडल अधिकारी समेत एडीओ कल्याण समाज प्रभारी चंदन पांडेय समेत जिम्मेदार अधिकारी सामुहिक विवाह में शामिल शादीशुदा लड़की समेत 38 जोड़े शादी होने की घोषणा करते हुए नवदंपति को आशीर्वाद दिया था। जिम्मेदार अधिकारियों यह था कि मामला छिप जाएगा।
लेकिन लेकिन इस शादी का चर्चा बड़े जोर-शोर से चल रहा था।यहां तक सामुहिक विवाह में शामिल नव दंपती का सूची भी देने से 5 मार्च को एडीओ समाज कल्याण प्रभारी भाग गए। लेकिन धीरे-धीरे मीडिया ने मुख्यमंत्री सामुहिक विवाह में शामिल हुए शादी लड़की व भाई का पता लगाने के बाद प्रमुखता से प्रकाशित किया तो लक्ष्मीपुर ब्लाक मुख्यालय पर जिम्मेदार अधिकारियों में हड़कंप मच गया।
एडीओ समाज कल्याण प्रभारी लक्ष्मीपुर ने दिए गए सामग्री को वापस ले लिया।पुरंदरपुर थाना में शादीशुदा लड़की को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह में शामिल होने को तहरीर दिया है ।
जब की सामुहिक विवाह में शादीशुदा लड़की का रजिस्ट्रेशन करने वाले तकनीकी सहायक को महराजगंज जिला मुख्यालय पर संबध करने का निर्देश दिया है । पात्रता की जांच करने वाले ग्राम पंचायत में नियुक्त सचिव का रिर्पोट बीडीओ लक्ष्मीपुर के द्वारा जिला के उच्चाधिकारियों को भेज दिया है