*राज्य सभा सांसद बृजलाल ने प्रमुख सचिव से मामले की जांच कराकर दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही करने का दिया निर्देश*
सिद्धार्थ नगर।उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी/राज्य सभा सांसद बृजलाल ने अपने गृह जनपद सिद्धार्थ नगर के भ्रमण के दौरान वृक्षारोपण के नाम पर किए गए बड़े पैमाने पर अनियमितता की शिकायत प्रमुख सचिव उत्तर प्रदेश शासन डीएस मिश्र से किया है।
प्रमुख सचिव को भेजे गए शिकायती पत्र में राज्य सभा सांसद बृजलाल ने लिखा है कि उन्होंने अपने गृह जनपद सिद्धार्थ नगर को नोडल जिलें के रूप में चयनित किया है। मेरे सांसद निधि का अधिकतर धन का उपयोग सिद्धार्थ नगर जिलें में ही होता है। ग्राम बजहा ब्लॉक बर्डपुर, ग्राम रामपुर ब्लॉक नौगढ़ और ग्राम मदरहना जनूबी ब्लॉक शोहरतगढ़ को मैंने सांसद आदर्श गांव के रूप में चयनित किया है।
1 मार्च 2024 को मैंने अपने आदर्श ग्राम बजहा और रामपुर की समीक्षा बैठक गांव में ही किया,जिसमें सम्बन्धित अधिकारी / कर्मचारी भी सम्मिलित हुए थे।
ग्राम बजहा में डेढ़ सौ पौधों का रोपड़ ट्री-गार्ड के साथ दिखाया गया है। मैंने ग्रामीणों से मालूम किया तो पता चला कि एक भी वृक्षारोपड़ नहीं हुआ है।
वन विभाग का केवल एक सबसे कनिष्ठ कर्मी महेश यादव फॉरेस्ट गार्ड चौकी सड्डा मौजूद मिला। वन विभाग का कोई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित नहीं रहा, जबकि अन्य विभाग के अधिकारी मौजूद थे। मैंने फॉरेस्ट गार्ड महेश यादव से कहा कि मैं मौके पर वृक्षारोपड़ की जांच करूंगा। बैठक के बाद जब मैंने मौके पर जाकर जांच करना चाहा तो पता चला कि फॉरेस्ट गार्ड महेश यादव भाग गया।
मुझे मालूम हुआ कि पौधे वन विभाग द्वारा उपलब्ध कराये जाते है और उसका रोपड़, विकास विभाग के ग्राम सचिव और प्रधान मिलकर करते है। कागजों पर कार्य पूर्ण होना दिखाया गया, लेकिन एक भी पेड़ नही लगाया गया और ट्री-गार्ड का कोई मतलब ही नही रहा।
इसी प्रकार मत्स्य विभाग ने ग्राम बजहा में 2.25 हेक्टेअर के तालाब में मत्स्य बीज संचय करना दिखाया है, और यह भी लिखा गया कि कार्य पूरा हो गया है। मौके पर न तो कोई तालाब मिला और न ही मत्स्य संचय, जिसकी पुष्टि ग्राम बजहा के लोगों ने की। स्पष्ट है कि वृक्षारोपड़ और मत्स्य संचय केवल कागज पर हैं और सरकारी धन का गबन कर लिया गया।
इसी प्रकार ग्राम रामपुर ब्लॉक शोहरतगढ़ में 100 वृक्षारोपड़ का कार्य ट्री-गार्ड के साथ सम्पन्न होना दिखाया गया है और 1.84 हेक्टेअर के तालाब में मत्स्य बीज संचय का कार्य भी पूर्ण होना दिखाया गया, जो केवल कागजी मिला। मौके पर न तो वृक्षारोपड़ मिला और न ही तालाब में मत्स्य बीज संचय। वहां भी कोई इतना बड़ा तालाब ही नही है।
मुझे जानकारी दी गई कि जिला सिद्धार्थ नगर में उपरोक्त दो मदों में अधिकतर फर्जी कार्यवाही की गई है और सरकारी धन का गबन हुआ है।राज्य सभा सांसद बृजलाल ने प्रमुख सचिव से अनुरोध किया है कि मामले की उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषी अधिकारियों को दंडित करने का कष्ट करें। उचित होगा कि जांच में बस्ती मण्डल के अधिकारी न रखें जाय तथा जो भी कार्यवाही किया जाय उस कार्यवाही से मुझे भी अवगत कराया जाय।
अजय उपाध्याय व्यूरो रिपोर्ट- सिद्धार्थनगर।