गरीबो का पीएम आवास अमीरो के नाम ; ताकते रह जा रहे गरीब – ग्राम पंचायत में नियुक्त सचिव से लेकर पीएम आवास के जिम्मेदार नही पंहुच रहे गरीबों के घर तक- देखे दौड़ रहे गरीब

 गरीबो का पीएम आवास अमीरो के नाम ; ताकते रह जा रहे गरीब – ग्राम पंचायत में नियुक्त सचिव से लेकर पीएम आवास के जिम्मेदार नही पंहुच रहे गरीबों के घर तक- देखे दौड़ रहे गरीब 

पूर्वांचल बुलेटिन निष्पक्ष खबर अब तक
गजेंद्र नाथ पांडेय
पूर्वांचल बुलेटिन निष्पक्ष खबर अब तक 

भारत सरकार का पीएम आवास पात्रो के बजाय अपात्रो के हाथ में बहोत ही तेजी से सौपा जा रहा है ।गरीब पात्र ग्राम पंचायत में चुनावी राजनीति का शिकार नजर होता आ रहा है ।पीएम आवास को लेकर पात्र गरीबों को पीएम आवास की सूची में आपात्र घोषित कर दिया रहा है ।वही दूसरे अपात्रों को पात्र बना दिया जाने का मामला प्रत्येक दिन ब्लाक मुख्यालय पर आ रहा है । लेकिन सचिव व प्रधान का चोली दामन एक होने से गरीबों का कोई सुनने वाला नही है ।

महराजगंज जनपद के ब्लाक के ग्राम पंचायतों में पीएम आवास के पात्रता की जांच ग्राम पंचायत में नियुक्त सचिव अगर सही तरीके से जांच कर पात्रों को सौपे तो 80 प्रतिशत अपात्र सूची में मिलेगे ।15 प्रतिशत ऐसे लोग अपात्र मिलेगे की जिनके पास दो कमरा बरामदे वाले मकान है या जर्जर मकान है जिसमें रहना जोखिम भरा रहता है या उस दो कमरे बारामदे वाले मकान सात आठ परिवार गुजर बसर करता हो ।जब की गांव में दो चार गरीब परिवार ऐसे मिलेगे जिनके पास कच्चा मकान व फूस का हो सकता है । 

लेकिन ऐसे कच्चा मकान व फूस के मकान के पात्र पीएम आवास के सूची से या तो बाहर है या तो गरीब है आर्थिक रूप से इस लिए पीएम आवास से बंचित हो जा रहे हैं। जिसका नजारा लक्ष्मीपुर ब्लाक के ग्राम पंचायत मल्हनी फुलवरिया में देखने को मिला है ।44 पीएम आवास की सूची 2017 में बना था।सही तरीके से जांच होने के बाद भी चालीस अपात्र मिले ,2 अज्ञात नाम मिले,2 पात्र मिले भी तो इसमें भी जांच अधिकारी के आंख में धुल झोक दिया गया एक अपात्र के हाथ लग गया पीएम आवास।सिर्फ एक ब्यक्ति को मिला मानक के अनुसार पीएम आवास।बाकी जो असली पात्र थे सूची से बाहर है ।

इसी तरह से पुरे जनपद के ग्राम पंचायत में पीएम आवास की सूची है चूंकि पक्का मकान वाले ब्यक्ति को ग्राम पंचायत में नियुक्त व गांव के प्रधान पात्र बनाकर सौप रहे है ।वही दूसरी तरफ चुनावी रंजिश के मतदान को लेकर दूसरे पक्का मकान वाले का सूची में नाम वाले को अपात्र घोषित कर रहे हैं ।तो अपने को पात्र मानते हुए दूसरे पक्का मकान वाले अपात्र की जांच कराने को लेकर ब्लाक मुख्यालय से लेकर जिला मुख्यालय तक दौड़ लगा रहे है। लेकिन ईमानदारी से जिम्मेदार अधिकारी पीएस आवास की जांच कर पीएम आवास पात्रो को सौपे तो एक ग्राम पंचायत में दो से तीन पात्र मिल सकते है । लेकिन प्रधान व सचिव का दामन एक होने से पीएम आवास में गड़बड़झाला का खेल शुरू है।

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