*अधिकारियों,कर्मचारियों की घोर लापरवाही से पात्र व्यक्ति आवास से बचित*
सरकार ने गरीबों के आवास के लिए खजाना खोल दिए जाने के बाद भी ब्लॉक कर्मियों की घोर लापरवाही से ब्लॉक क्षेत्र के हजारों पात्र लोग आवास से वंचित हो गए और इस ठंड के मौसम में गरीब पात्र लोग भी आवास के लिए दौड़ लगा रहे है।इस बार जिन लोगो का आवास में नाम था और पूरी तरह पात्र भी थे उनके नाम भी जांच अधिकारियों द्वारा घर बैठे ही काट दिया गया।
यहां 2200की सूची आई थी जिसमें मात्र 317लोगो को ही आवास दिया गया है।जब पात्र लोगो का नाम आवास सूची से कटा तो खूब हो हल्ला मचा तो खुद खंड विकास अधिकारी ने कई जगह मौके पर जांच करने गए भी देखा तो पाए कि कई जांच अधिकारियों ने मनमानी करते हुए मौके पर गए ही नही और पात्र लोगो का नाम सूची से काट दिए जिस पर नाराजगी भी व्यक्त किए थे।और कार्यवाही करने की बात कर रहे थे।
आवास के लिय कई पात्र लोग आज भी ब्लॉक सहित जिले तक की दौड़ लगा रहे है।
विकास खंड बर्डपुर में 2200 में मात्र 317 लोगो को पात्र कर आवास दिया गया जब कि बर्ड पुर अभी भी करीब 500सौ से अधिक लोग आवास के लिए पात्र है जो कि छप्पर,खपरैल के मकान में रहते है।2200में से मात्र 317 लोगो को आवास मिलना घोर चिंता का विषय है जब कि सरकार की मंशा थी कि कोई भी पात्र व्यक्ति आवास से वंचित न रहने पाए लेकिन केवल बर्डपुर में ही अभी भी कई ग्राम पंचायतों में दर्जनों नही सैकनों पात्र मिल जायेंगे।ये सब जांच अधिकारियों की घोर लापरवाही से ही पात्रों का भी नाम घर बैठे काट दिया गया था जांच भी हुई थी और जांच अधिकारियों पर कार्यवाही की बात कर रहे थे लेकिन आज तक किसी भी जांच अधिकारी पर कोई कार्यवही नही हुई।
ब्लॉक के कई कर्मचारियों,अधिकारियों द्वारा सरकार की मंशा पर पानी फेरा जा रहा है सरकार की छवि धूमिल किया जा रहा है।आवास न पाने से कई गरीब असहाय बेचारे अपने उसी टूटी फूटी झोपड़ी में रात गुजार रहे है।
व्यूरो रिपोर्ट- चन्द्र भूषण उपाध्याय सिद्धार्थनगर