पद्म पुरस्कारों का नामांकन 01 मई 2023 से प्रारम्भ – डीएम
पूर्वांचल बुलेटिन निष्पक्ष खबर
ब्यूरो रिपोर्ट सिद्धार्थ शुक्ला बस्ती
बस्ती। भारत सरकार द्वारा दिये जाने वाले वर्ष 2024 के पद्म पुरस्कारों का नामांकन 01 मई 2023 से प्रारम्भ हो चुका है। उक्त जानकारी देते हुए डीएम प्रियंका निरंजन ने बताया कि जाति, व्यवसाय, पद या लिंग भेद के बिना कोई भी व्यक्ति इन पुरस्कारों के लिए पात्र है। यह पुरस्कार विशिष्टता के कार्यों को मान्यता देना चाहता है और गतिविधियों/विषयों के सभी क्षेत्रों में विशिष्ट और असाधारण उपलब्धियों/सेवा के लिए दिया जाता है।
उन्होने बताया कि कला क्षेत्र में संगीत, चित्रकला, मूर्तिकला, फोटोग्राफी, सिनेमा, रंगमंच आदि, सामाजिक कार्य- इसमें सस्ती स्वास्थ्य देखभाल और शिक्षा के क्षेत्र में सामाजिक और धर्मार्थ सेवाएं, पर्यावरण, स्वच्छता आदि जैसी सामुदायिक परियोजनाओं में अन्य योगदान शामिल हैं। सार्वजनिक मामले- इसमें कानून, सार्वजनिक जीवन, राजनीति आदि के क्षेत्र में काम शामिल है।
उन्होने बताया कि विज्ञान और इंजीनियरिंग- इसमें अंतरिक्ष इंजीनियरिंग, परमाणु विज्ञान, सूचना प्रौद्योगिकी, विज्ञान और इसके संबद्ध विषयों में अनुसंधान और विकास आदि शामिल हैं। व्यापार और उद्योग- विनिर्माण, आतिथ्य, प्रौद्योगिकी, वस्त्र, लेखा, वित्त, पर्यटन, आदि के क्षेत्रों में बैंकिंग, आर्थिक गतिविधियों, प्रबंधन, व्यापार और व्यवसाय शामिल हैं। चिकित्सा- एलोपैथी, आयुर्वेद, होम्योपैथी, सिद्ध, प्राकृतिक चिकित्सा, आदि में चिकित्सा अनुसंधान और विशिष्टता/विशेषज्ञता शामिल है।
उन्होने बताया कि साहित्य और शिक्षा- इसमें साक्षरता और शिक्षा को बढ़ावा देना, शिक्षा सुधार, शिक्षण, पत्रकारिता, साहित्य और कविता, लेखक आदि शामिल हैं। सिविल सेवा- सरकारी सेवकों द्वारा प्रशासन आदि में विशिष्टता/उत्कृष्टता शामिल है। खेल- इसमें खेलकूद, एथलेटिक्स, पर्वतारोहण, खेलों को बढ़ावा देना आदि शामिल हैं तथा अन्य- इसमें ऐसे क्षेत्र शामिल हैं, जो उपर्युक्त क्षेत्रों में शामिल नहीं हैं। इसमें अध्यात्म, योग, वन्य जीवन संरक्षण/संरक्षण, पाक कला, कृषि, बुनियादी नवाचार, पुरातत्व, वास्तुकला आदि शामिल हो सकते हैं।
उन्होने बताया कि डॉक्टरों और वैज्ञानिकों को छोड़कर सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के साथ काम करने वालों सहित सेवारत सरकारी कर्मचारी इन पुरस्कारों के लिए पात्र नहीं हैं। यह पुरस्कार मरणोपरांत प्रदान नहीं किया जाता है। हालांकि, अत्यधिक योग्य और दुर्लभ मामलों में, सरकार मरणोपरांत पुरस्कार देने पर विचार कर सकती है। पद्म पुरस्कार की एक उच्च श्रेणी केवल उस व्यक्ति को प्रदान की जा सकती है, जहां पहले पद्म पुरस्कार प्रदान किए जाने के बाद से कम से कम पांच वर्ष की अवधि समाप्त हो गई हो। हालांकि, दुर्लभ और सबसे असाधारण उपलब्धियों के मामलों में पुरस्कार समिति द्वारा एक अपवाद बनाया जा सकता है।
उन्होने बताया कि पद्म पुरस्कारों के लिए नामांकन/अनुमोदन हेतु राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल https://awards.gov.in पर निर्धारित अन्तिम तिथि 15 सितम्बर 2023 के पूर्व कर सकते हैं। नामांकन/अनुमोदनों में उपरोक्त पोर्टल पर उपलब्ध प्रारूप में निर्दिष्ट सभी प्रासंगिक विवरण शामिल होने चाहिए, जिसमें वर्णनात्मक रूप में एक उद्धरण (अधिकतम 800 शब्द) शामिल है, जिसमें विशिष्ट और असाधारण उपलब्धियों को स्पष्ट रूप से बताया गया है। इन पुरस्कारों की स्थिति, नियमों आदि की जानकारी https://padmaawards.gov.in पर प्राप्त कर सकते हैं।