यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की जनता के लिए फरमान जारी किया था कि हाइवे के होटल व दूकान पर वाहन का ठहराव नही होगा । जिससे यात्रियों को समय से घर पंहुचने में आसान होगा ।अगर होटल पर वाहन का ठहराव होगा तो होगी कार्रवाई।लेकिन गोरखपुर से लेकर महराजगज तग आरटीओ विभाग की इस कदर लापरवाही देखने को मिल रहा है की जैसे शासन के द्वारा जारी गाइड लाइन लाइन को भूल गए हैं। प्राइवेट बस चालकों के मनमानी से यात्री इस भीषण गर्मी में हलकान में आ जा रहे है।
गोरखपुर सोनौली हाइवे पर चलने वाले प्राइवेट बस में यात्री को गर्मी में भूसा की तरह ठूस कर सीट से अधिक लोगों को चढा दे रहे है । इतना ही नही किराया वसूल में भी मनमानी भी कर अधिक वसूली करते है । गर्मी के मौसम में यात्री पसीना तर बतर हो जाने के साथ ही सांस भी बड़े मुश्किल से ले पाते है ।
यात्री को कंहा कैसे जाना है प्राइवेट बस चालक को मतलब नही रहता- प्राइवेट बस व वाहन चालक अपना भूख प्यास मिटाने के लिए अपने द्वारा चहेता होटल पर वाहन को खड़ा कर देते है ।होटल पर यात्री अगर नाश्ता पानी करता है तो होटल मालिक दो दूना चार के जगह आठ का पहाड़ा पढ़ यात्रियो से वसूली करता है । जिससे बस चालक समेत बस के स्टाप का भी भरपाई यात्रियो के जेब से करता है ।मजबूर यात्री चूपचाप रकम देकर बस चलने का इंतजार करता है ।
अगर किसी यात्री को विशेष कार्य , विमारी या अपने घर परिवार मे जल्दी पंहुचना है या दवा लेकर जाना है घर पर कोई विमार सूचना पर घर जा रहा है ।ऐसे बस व प्राइवेट वाहन चालक के लापरवाही के कारण समय से पंहुचने अस्मर्थ हो जाता है । चूंकि बस चालक होटल पर मनमानी तरीके से बस खड़ा कर देता है ।
आरटीओ गोरखपुर से लेकर नौतनवा तक ओबर लोडिंग सवारी को लेकर मौन है।वही दूसरी वाहन चालक के इस लापरवाही से यात्रियो के लिए कभी कभी बड़ा मुसीबत भी बन जाता है ।