गजेंद्र नाथ पांडेय -पूर्वाचल बुलेटिन निष्पक्ष खबर अब तक
नेट बैंकिंग के माध्यम से करवा लेते है बिचौलिए समेत मिलर रूपए का ट्रांसफर -केवाईसी कराने व श्रम विभाग से अनुदान दिलाने के नाम पर बिचौलिए सहित जिम्मेदार कराते धान की तौल -सूत्रो बताते है की बैंक से ट्रांसफर फार्म भराकर मिलर चहेते खातों में करा लेत है धन स्थानांतरित
श्रम, पेंशन व आवास के नाम पर आधार, बैंक पासबुक लेकर बना दिया किसान
महराजगंज जनपद में धान खरीद एजेंसियों के द्वारा रति भर जमीन पर लाखो की धान खरीद सरकार के बजट को बिचौलियों के हाथ लगा दिया है ।अगर जिम्मेदार अधिकारी जांच करे तो खरीद करने वाले एजेंसियो का खुलेगा पोल ।फसंगे कई जिम्मेदार अधिकारी समेत मिलर व बिचौलिए समेत लाइसेंसी दूकानदार। नजारा महराजगंज सदर में बनाए गए धान क्रय केंद्र साधन सहकारी समिति नौनिया पकड़ी से देखने को मिल रहा है।सचिव मिलर के नाम पर खेल रहा है ।इसी तरह का मामला पुरे जनपद में धान खरीद के लिए लगी एजेंसियों का हाल है ।
महराजगंज जनपद में धान खरीद के लिए धान खरीद एजेंसियां, मिलर , बिचौलियों व लाइसेंसी दूकानदारो ने यूपी सरकार द्वारा प्रमाणित खसरा खतौनी धान खरीद आनलाइन ब्यवस्था के पारदर्शिता पर पानी फेर दिया है ।गरीब किसानो के नाम से रति भर जमीन है । किसानों के नाम से खसरा खतौनी निकालने के बाद यह कहा जाता है शासन से पेंशन श्रमकार्ड बनवाने आदि का लालच देकर आधार कार्ड लेकर नेटबैंकिग का खाता खोलवा दिया जाता है । जिसमें अपना मोबाइल नंबर फीड करा लेते है ।जमीन का रक्बा भी बढवा देते है ।जिस पर धान की बिक्री हो जाती है । रूपया खाते में आ जाने बाद नेट बैंकिंग से ट्रांसफर भी हो जाता है किसान को पता ही नही चलता है ।वह सरकार से मिलने वाला अनूदान का इंतजार करता ही रह जाता है।
इसी तरह से छोटे किसानों को छलते है धान व गेंहू खरीद में बिचौलिए।अगर महराजगंज जनपद में धान खरीद पर प्रदेश सरकार जांच कराए तो खूलेगा पोल ।धान खरीद में इसी तरह से हथकंडे अपनाते है खरीद करने वाली एजेंसिया व बिचौलिए।किसानो के नाम से कम जमीन पर लाखो के धान की खरीदारी हो जा रही है ।
जिसके संबध में एक किसान शपथपत्र भी डीएम महराजगंज के नाम से बनवाकर साधन सहकारी समिति नौनिया पकड़ी सचिव सहित बिचौलिए का नाम दिया है ।उसके नाम से मात्र0.038 हेक्टेयर भूमि है । लेकिन 100कुंतल के धान की खरीदारी सचिव ने कर लिया है । रुपया भी 1,68000 हजार खाते में डाल दिया था ।जिसे नेट बैंकिंग के द्वारा शासन से लाभ दिलाने वाले आनलाइन पेमेंट भूगतान कर लिया।बेचारा गरीब किसान अनुदान का इंतजार कर रहा है ।
इस संबध में साधन सहकारी समिति नौनिया पकड़ी सचिव संजय बर्मा का कहना है कि हमे आनलाइन खसरा खतौनी तहसील फरेंदा के द्वारा प्रमाणित मिला है ।तब हमने खरीदारी धान का किया है ।कैसे जमीन घटाया बढाया गया है ।यह राजस्व व मिलर ही बता सकते है।