मोहम्मद अयूब-जिला संवाददाता सिद्वार्थनगर
*वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त जिला बनाने की विभाग ने की है तैयारी ब्लॉकों पर चिकित्सक, सीएचओ, बीपीएम व बीसीपीएम निभाएंगे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी, हो रहे हैं प्रशिक्षित*
सिद्धार्थनगर।स्वास्थ्य विभाग ने टीबी मुक्त जिला बनाने के लिए कमर कस लिया है। जिले में वर्ष 2023 में निर्धारित लक्ष्य 5333 के सापेक्ष 4516 टीबी रोगियों को चिन्हित कर उपचार प्रारंभ किया गया है। इसी तरह अधिक से अधिक लोगों की स्क्रीनिंग कर बलगम की जांच कराते हुए टीबी मुक्त ग्राम पंचायत व टीबी मुक्त जिला बनाने की विशेष पहले शुरू हुई है।
विभाग ने वर्ष 2025 तक टीबी को जड़ से खत्म करने के लिए ग्राम पंचायत स्तर तक का रूट प्लान तैयार किया है। इसमें ब्लॉकों पर चिकित्सक, सीएचओ, बीपीएम व बीसीपीएम महत्वपूर्ण जिम्मेदारी भी निभाएंगे। इसके लिए उन्हें प्रशिक्षित किया जा रहा है।
दरअसल, पीएम ने वर्ष 2025 तक देश को टीबी मुक्त बनाने की पहल किया है। इसे ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग लगातार प्लान तैयार कर अधिक से अधिक रोगियों को चिन्हित करने में जुटा है। राष्ट्रीय क्षयरोग उन्मूलन कार्यक्रम के जिला समन्वयक पंकज त्रिपाठी ने बताया कि टीबी मुक्त ग्राम पंचायत व टीबी मुक्त जिला बनाने के लिए विशेष प्लान तैयार कर योजना को अमली जामा पहनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस विशेष कार्यक्रम में ब्लॉकों पर तैनात अधिकारियों व कर्मचारियों को साथ लेकर ग्रामीण अंचल के प्रत्येक घरों तक पहुंच बनाने की योजना है, ताकि संभावित रोगियों का चिन्हांकन कर जांच कराई जा सके।
जांच में अगर वह संक्रमित मिलता है तो उसके प्रसार को रोकते हुए उपचार कराना सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि ग्रामीण स्तर पर टीम के उतरने से पहले सभी को प्रशिक्षित किया जा रहा है। प्रशिक्षण में लोगों को टीबी रोग के बारें में विस्तार से जानकारी देते हुए बीमारी के फैलने, रोग के उपचार व निदान के संदर्भ में विशेष तौर पर जानकारी दी जा रही है। इसके अलावा रिकार्डिंग रिपोर्टिंग, टीएसटीबी, डीआरटीबी, टीबी मुक्त भारत अभियान, ब्लॉकों पर टीबी की सेवाओं को सुद्दढ़ बनाने की योजना, लक्ष्य के सापेक्ष शत प्रतिशत रोगियों की उपलब्धता आदि के बारें में प्रशिक्षित किया जा रहा है।
*इन्हें किया जा रहा प्रशिक्षित*
उप जिला क्षयरोग अधिकारी डॉ. मानवेंद्र पाल ने बताया कि टीबी मुक्त जिला बनाने में ब्लॉकों पर तैनात चिकित्साधिकारी, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के चिकित्सक, फार्मासिस्ट, एएनएम, बीपीएम, बीसीपीएम, एमओटीसी, क्षयरोग कार्यक्रम के सभी स्टॉफ, एलटी, एलए व सीएचओ को प्रशिक्षित किया जा रहा है। प्रशिक्षण के बाद यह सभी ग्रामीण स्तर पर कार्य कर जिले को टीबी मुक्त बनाने में योगदान देंगे।
*निक्षय राशि देने वाले बेस्ट ब्लॉक*
राष्ट्रीय क्षयरोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत 4734 रोगियों के सापेक्ष 3672 रोगियों का निक्षय पोषण योजना की राशि खाते में भेजी जा चुकी है। यह कुल मरीजों का 78 फीसदी है। इसमें खुनियांव 88, शोहरतगढ़ 87, बांसी 81, डीटीसी नौगढ़ 75, इटवा 80 फीसदी पैसा भुगतान किया जा चुका है।
जिला सवाददाता- मोहम्द अयूब सिद्धार्थनगर।