*कई माह से रसोइयों को नहीं मिला मानदेय*
एक ओर जहां उत्तर प्रदेश सरकार अपने राज्य कर्मचारियों और शिक्षकों को समय से वेतन देने की बात कर रही है। वहीं दूसरी ओर प्राथमिक विद्यालयों में नियुक्त सबसे कम मानदेय पानी वाली रसोईया पांच माह से मानदेय न मिलने से भुखमरी के कगार पर पहुंच गई हैं ।
दीपावली के पर्व पर इन लोगों का सिर्फ एक माह का मानदेय ही भुगतान हुआ था। तब से एक भी रुपए न मिलने से क्षेत्र की रसोईया निराश हो गयी हैं।महिला रसोइयों ने कहा कि हम बच्चों को समय से भोजन बनाते हैं ।साथ ही विद्यालय की सफाई भी करते हैं ।लेकिन हमे समय से मानदेय न मिलने के कारण अब हम सभी का बुरा हाल है ।सबसे कम मानदेय पाने वाले कर्मचारियों की श्रेणी में रसोईया हैं ।लेकिन वह भी मानदेय विभाग और सरकार की लापरवाही के कारण समय से नहीं मिल पाता है। इस भीषण महंगाई में हमें भारी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
पांच माह के बाद वही हाल बना हुआ है। एक माह के मानदेय की बात कई महीनो से चल रही थी ।अब जल्द ही रसोइयों के खाते में एक माह का मानदेय पहुंच जाएगा। लेकिन वह मानदेय जिले पर आने के बावजूद जिम्मेदारों के ध्यान न देने के कारण आज तक खाते में नहीं आ पाया। जबकि विगत एक सप्ताह से कड़ाके की ठंड और भीषण शीतलहर का प्रकोप जारी है। मानदेय न मिलने से रसोइया स्वेटर और गर्म ऊनी कपड़े नहीं खरीद पा रही हैं। रसोईया संघ के ब्लाक अध्यक्ष खुनियांव गुड्डू पांडेय ने विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराते हुए शीघ्र बकाया मानदेय दिलाने की मांग की है।
व्यूरो रिपोर्ट- चन्द्र भूषण उपाध्याय सिद्धार्थनगर