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सेमरा सागर पर मछुवारो का कब्जा, कैसे होगी किसानो के खेतो की सिचाई

सेमरा सागर पर मछुवारो का कब्जा, कैसे होगी किसानो के खेतो की सिचाई

खुनुवाभारत-नेपाल सीमा को जाने वाली मेन सड़क शोहरतगढ-खुनुवा मार्ग पर स्थित सेमरा सागर मछुवारो के कब्जे मे होने के कारण क्षेत्र के किसानो के खेतो की सिचाई प्रभावित हो रही है, जिससे क्षेत्रीय किसान परेशान है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सेमरा सागर का वर्ष 2023 मे राजेश सहानी को मछली पालन के लिए पट्टा हो गया था। जिससे मछुआरे मछली पालने के लिए सेमरा सागर से निकली नहर की शाखाओ मे पानी नही जाने देते,ऐसा इस क्षेत्र के लोग कह रहे है। अभी तो बारिश का मौसम है,खेतो मे पानी की आवश्यकता अभी नही है। लेकिन बारिश खत्म होने पर किसानो के फसलो को पानी की आवश्यकता पड़ेगी। रमवापुर तिवारी ग्राम पंचायत के लोगो का कहना है कि 114 बीघा जमीन रमवापुर तिवारी और गोनचौरा  गांव की है जिसे भी सेमरा सागर के साथ  पट्टा कर दिया गया है। अब पटटाधारी के कब्जे मे पूरा सेमरा सागर आ गया है। मछुआरो को जब मछली मारना होता है तो सेमरा गांव के पास बने डैम के फाटक को खोल कर सागर का पानी डोई नदी मे गिरा दिया जाता है। जिससे मछुआरे तो मछली बेचकर लाखो कमा लेते है, लेकिन बिना मतलब पानी को बर्बाद करने से किसानो का फसल प्रभावित हो जाता है, क्षेत्र के किसान रामनवल, चंदीलाल,विष्णुदयाल, रामबचन यादव, विक्रम आदि लोगो का कहना है कि सागर का पानी अगर सिचाई के लिए इस्तेमाल हो तो किसानो के हजारो बीघा खेत की सिचाई हो जायेगी वही  रमवापुर तिवारी गांव के लोगो का कहना है कि ग्राम पंचायत की 114 बीघा जमीन भी सेमरा सागर के साथ पट्टा कर दिया गया जिससे ग्राम पंचायत को कोई लाभ नही। अगर यही भाग ग्राम पंचायत के हिस्से मे होता तो भी इस भू भाग से क्षेत्र के किसानो को लाभ मिलता।

जिला संवाददाता-‌ मोहम्मद अयूब सिद्धार्थनगर।

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