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शराब की दुकान हटाने के लिए सड़क पर उतरी महिलाएं; हनुमान मंदिर व अवादी के बिच है दूकान-आए दिन होता है समस्या-विभाग मौन

गजेन्द्र नाथ पांडेय-पूर्वांचल निष्पक्ष खबर अब तक

शराब की दुकान हटाने के लिए सड़क पर उतरी महिलाएं
–सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी मंदिर के पास हैं देशी शराब का ठेका
—-मंदिर आने जाने वाली महिलाओं के साथ की जाती है, अभद्रता

लक्ष्मीपुर/महराजगंज
लक्ष्मीपुर क्षेत्र ग्राम पंचायत ख़ालिकगढ टोला मंगरहिया बाजार में स्थित सरकारी देशी शराब दुकान को हटाने की मांग को लेकर रविवार को मझार क्षेत्र की महिलाएं और स्थानीय लोग सड़क पर उतर गए। मुख्य सड़क को जाम करके आबकारी विभाग को जमकर कोसा सड़क के दोनो तरफ वाहनों की थोड़ी बहुत जमा दिखाई दिया। मंगरहिया बाजार मे हनुमान मंदिर से कुछ ही दूरी पर देशी शराब दुकान चल रही है। वर्तमान समय में दुकान के अगल-बगल आबादी हो गई। परिवार सहित लोग निवास करते हैं। शराबियों के धमाचौकड़ी से उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मंगरहिया बाजार में स्थित हनुमानजी मंदिर से महज कुछ दूरी पर देशी शराब की दुकान से महिलाओं का घरों से मंदिर जाना दूभर हो गया है। महिलाओ ने बताया कि ठेका को हटाने को लेकर जिला प्रशासन से लेकर सत्ता के नेताओं तक से फरियाद की। इसके बावजूद कोई असर नहीं हुआ। आबकारी विभाग शिकायत की जांच के नाम पर केवल खानापूर्ति कर रहा है। शराब की दुकान आम नागरिक के लिए परेशानी का सबब बन गई है। शिकायत करने का असर नहीं होता देख रविवार को महिलाओं का सब्र टूट गया। सड़क पर उतरकर जाम लगा दिया। कोर्ट के अनुसार रिहायशी क्षेत्र में स्कूल व मंदिर के आसपास मदिरालय नही चल सकते हैं। नियम होने के बाद भी ज्यादा राजस्व के चक्कर में ऐसे शराब दुकानों को दूर हटाने में आबकारी विभाग गंभीर नहीं है। ज्यादा राजस्व कमाने के चक्कर में आबकारी विभाग अपने ही नियम की अनदेखी करते हुए मंदिर के समीप शराब दुकान (मदिरालय) चला रहा है।

—क्या कह रही है, स्थानीय महिलाएं

पुरन्दरपुर थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत ख़ालिकगढ टोला मंगरहिया बाजार के स्थानीय महिलाओं ने बताया कि शराब पीने के बाद गाली गलौज करते है। यही नही घरों के सामने आकर पेशाब करते है। सोनराडीह गाँव का रास्ता ठेका से होकर आता है, जहाँ बैठे शराबी आने जाने वाली महिलाओं से अभद्रता करते है। विरोध करने पर गाली गलौज पर उतर आते है। ऐसे में महिलाएं रास्ता छोड़ने पर मजबूर हैं। इस दौरान उषा देवी, कतली देवी, रमावती, प्रमिला, रुना, सुनीता, गीता, रीमा, शांति, मंजू, रेशमी, पूनम, अर्चना देवी, श्रीकांति, रम्भा भारती, कुसुम, किरन, मेवाती, रूपा, शुभावती, साधना, मंजली देवी, किरण, अंजली, जगदम्बा, राजकुमार, भगवान दास, महेश, विन्दावती, देवकी चौहान, रामप्रसाद, चंद्रमणि, धर्मराज, अमरनाथ समेत पांच दर्जन से अधिक महिलाएं मौजूद रही।

इस संबंध जिला आबकारी अधिकारी ने बताया कि महिलाओं की समस्या गंभीर है, जाँच कर कार्रवाई की जायेगी।

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