*पूर्णाहुति के साथ संपन्न हुआ पांच दिवसीय गायत्री महायज्ञ*
बढ़नी क्षेत्र के ग्राम ढेकहरी बुजुर्ग में गायत्री परिवार द्वारा आयोजित पांच दिवसीय नौ कुंडीय गायत्री महायज्ञ एवं संगीतमय पावन प्रज्ञा पुराण कथा का दीपयज्ञ एवं पूर्णाहुति के साथ समापन हो गया।आयोजन में षष्ठ कर्म के साथ ही दीक्षा, नामकरण, उपनयन, विद्यारंभ आदि विभिन्न संस्कारजनित कार्यक्रम भी हुए।
अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज,हरिद्वार की कथावाचिका डॉ. कमला शर्मा ने कहा कि वर्तमान में युवा पीढ़ी को संस्कारवान बनाने की अत्यंत आवश्यकता है। भारतीय संस्कृति के प्रतिमानों को बढ़ावा देकर ही हिंदुस्तान को फिर से सर्वोच्च शिखर पर पहुंचाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि जिस समाज, देश में नारी का अपमान होगा,वह आगे नहीं बढ़ सकता है।भारतीय नारियों का त्याग,बलिदान, महानता अप्रतिम है और इसी से राष्ट्र गौरवान्वित हुआ। आज की नारियां आधुनिकता के पाश में फंसकर अपना चरित्र गंवा रही हैं,उनका नैतिक पतन हो रहा है।
आज की युवा शारीरिक रूप से सक्षम होने की बजाय नशा,व्यसन में पड़कर अपना शरीर नष्ट कर रही है।जो बेहद चिंतनीय है,इससे उनको बचना चाहिए और अभिभावको को सतर्क रहना चाहिए।
कथा के अंत में दीपयज्ञ के तहत हजारों दीप प्रज्ज्वलित किए गए।इस दौरान सांसद प्रतिनिधि स्नेहलता पाल, गैंसड़ी चेयरमैन प्रिंस वर्मा, डॉ. विश्वंभर सिंह, विकास सिंह, महादेव तिवारी, संदीप जायसवाल, नानक चंद गोयल, अजय सिंह, सागर पाठक, फूलचंद अग्रहरि, श्याम सुंदर चौरसिया, संजय जायसवाल, सीताराम वर्मा, निर्माणी बाबा, रमेश अग्रहरि, केदार नाथ गुप्ता, श्याम सलोने समेत भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे।