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सुभसपा नेत्री नन्दिनी राजभर का निकला हत्यारा सिरफिरा आशिक: दूरियां बढ़ने से नाराज़ सिरफिरे आशिक हथौड़ा से सिर पर प्रहार कर मौत के नींद सुला दिया-पुलिस ने किया पर्दाफाश

सैय्यद शफीकूरहमान की रिपोर्ट संतकबीरनगर



संतकबीरनगर पुलिस ने पूरे प्रदेश को हिला देने वाले हाई प्रोफाइल नन्दिनी राजभर हत्याकांड का खुलासा करते हुए उसके प्रेमी को धर दबोचा। वह नंदिनी की बेवफाई से नाराज था ।इसीलिए उसने नंदिनी की हथौड़ी से मार कर हत्या कर दी। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर हथौड़ी, मोबाइल फोन, सिम आदि भी बरामद किया है ।


खलीलाबाद के बघौली तिराहे से पकड़े गए प्रेमी साहुल राजभर ने बताया कि वह जिले के बेलहरकला थानान्तर्गत बनौली गांव का निवासी है। नन्दिनी राजभर के गांव डीघा के तेनू राजभर पुत्र झीनक राजभर से मेरी बड़ी बहन ममता की शादी हुई हैं। आज से लगभग एक साल पहले मैं अपने बहनोई तेनू राजभर के घर में रहकर मेडिकल स्टोर चलाता था। डीघा गाँव की नन्दनी राजभर पत्नी अच्छे लाल राजभर भी मेरे पास दवा लेने के लिये आती थी। इस नाते उनसे मेरी जान पहचान हो गयी थी।

हम लोगो का आपस में प्रेम संबन्ध हो गया था। मैने नन्दनी को जनपद बस्ती में बुलाकर एक सैमसंग मोबाइल दिया तथा कई बार में नन्दनी को कुल 26000 रूपया नगद भी दिया था। कुछ दिनो से नन्दनी मुझसे बात चीत नही कर रही थी जब भी मैं फोन मिलाता था तो मुझसे बात करने से बचती थी तथा मुझे अंदेखा कर रही थी। जब मैं उसको फोन मिलाता था तो उसका फोन बराबर व्यस्त रहता था। इस बात को लेकर हम दोनो में वाद-विवाद होने लगा था। नन्दनी मेरे नम्बर को अक्सर ब्लाक कर देती थी।

10 मार्च को नन्दनी राजभर से अपना मोबाईल तथा 26000 हजार रुपये की मांग किया जिस पर नन्दनी ने मेरा मोबाईल तथा रुपया मुझे देने से इंकार करते हुए मुझे जोल भेजवाने की धमकी देने लगी। इस बात को लेकर उससे मेरी बहस हुई थी। इसी से नाराज होकर मैं नन्दनी के घर पर दिन के लगभग दो से 02:30 बजे के बीच में गया था। 

उसके घर पर पहुँचा तो देखा कि नन्दनी अपने घर पर अकेली थी। वह अपने कमरे में बेड पर लेटकर मोबाइल से किसी से बात कर रही थी। तब मैने अपने पास में रखे हुए हथौड़ी से राजभर के सर पर कई बार वार किया था। जब मुझे इत्मिनान हो गया कि वह मर चुकी है तब मैं अपने बहनोई के घर आया वहा पर मैने अपना शर्ट बदलकर टी-शर्ट पहन लिया और हथौड़ी को पैंट की जेब मे रखकर उसे टी-शर्ट से छिपाकर मेहदावल बाईपास होते हुए पैदल आया।

नन्दनी की मोबाईल से सिम निकालकर उसे बाईपास के पास तोड़कर फेक दिया तथा हथौड़ी को अग्रवाल नेत्रालय के आगे नहर मे फेक दिया तथा पकड़े जाने से बचने के लिए उसके सैमसंग मोबाईल को भी राजघाट (दुर्गजोत रूधौली मार्ग) के पास नदी में तथा सड़क के किनारे अलग-अलग करके तोड़कर फेक दिया।

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