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बेटी की डोली सजाने के पहले ही उठ गई बाप की अर्थी

बेटी की डोली सजाने के पहले ही उठ गई बाप की अर्थी
 
   बांसी – अपनी लाडली के हाथों को पीला करना हर माँ- बाप के जीवन का एक बडा सपना होता है। अभाव के कारण आम आदमी बेटी की शादी के लिए वर्षों पूर्व से शादी की तैयारियों में जुट जाता है।       खेसरहा विकास क्षेत्र के करही डिहवा निवासी हरिद्वार का भी छोटी और आखिरी बेटी सविता की मई/ जून  में शादी करने का सपना था। जिसके लिए उन्होंने रिश्ता भी देख लिया था। रात- दिन मेहनत- मजदूरी कर वह शादी की तैयारियों का इंतजाम करने में लगे थे। परन्तु होनी को कुछ और ही मंजूर था जिसके चलते बेटी के हाथ पीले करने की मन में हसरत लिए बाप की ही अर्थी उठ गई।


  डिंडई थाना क्षेत्र के करही- बगही निवासी 60 वर्षीय हरिद्वार पुत्र गुल्लुर बृहस्पतिवार को पडोस स्थित एकडेंगवा ग्राम पंचायत के टोला माधवपुर गाव दिहाड़ी करने गए थे। देर शाम घर लौटते समय गाँव के उत्तर पोल से टूटकर रास्ते में गिरे विद्युत प्रवाहित तार के संपर्क में आने से उनकी मृत्यु हो गई। हरिद्वार की अचानक हुई असामयिक मृत्यु का समाचार करही डिहवा गाँव पहुंचते ही पूरे गाँव में हाहाकार मच गया था। जिसने जहाँ भी सुना सभी घटना स्थल की और दौड़ पडे़। नित्य की भांति बृहस्पतिवार शाम को हरिद्वार का घर पर इंतजार करने वाली बेटी सविता तथा पत्नी सोहराती ने घटना का समाचार सुना तो मानो उनके पैरों तले से जमीन ही खिसक गई।सभी परिजनों का रो- रोकर बुरा हाल है। पर होनी को कौन टाल सकता है शायद ईश्वर को यही मंजूर था।

मृतक हरिद्वार के परिवार में दो बेटियां व एक बेटा है। बडी बेटी के अलावा बेटे कृष्ण गोपाल की शादी भी वह कर चुके थे। तीसरे नंबर की संतान सविता के हाथ पीले करना उनका सपना था जो पूरा नहीं हुआ। बृहस्पतिवार का शाम परिवार के लिए मनहूस साबित हुआ। अचानक हरिद्वार के मृत्यु का समाचार सुनते ही बेटी व पत्नी को विश्वास ही नहीं हुआ, रोते बिलखते वह दोनों भी घटना स्थल की ओर दौड पडीं। घटना की सूचना पर मय फोर्स पहुंचे थानाध्यक्ष शशांक सिंह ने पंचनामा आदि की विधिक कार्यवाई के उपरांत शव को पोस्टमार्टम हेतु जिला अस्पताल भेजवा दिया।
अभी कुछ महीने पहले ही मृतक का बेटा कृष्ण गोपाल मुम्बई गया था। घटना का समाचार सुनकर शुक्रवार को वह भी घर वापस आ गया है। अन्त्येष्टि के लिए पीएम के बाद सभी को हरिद्वार का शव मिलने का इंतजार है।

जिला संवाददाता-‌ मोहम्मद अयूब सिद्धार्थनगर

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