श्रीकृष्ण के भाई बलराम के जन्मदिन पर मनाया जाता है हलषष्ठी पर्व
उसका बाज़ार। हलषष्ठी के दिन भगवान श्री कृष्ण के बड़े भाई भगवान बलराम का जन्म हुआ था और उनका शस्त्र हल था। इसलिए इस दिन को हलषष्ठी कहा जाता है। वहीं कई जगह इस दिन को चंदन षष्ठी के रूप में धूमधाम से मनाया जाता है।
इस पर्व के संबंध में श्री पयोहारी आश्रम उसका राजा के महंत लाल बहादुर दास ने बताया कि इस बार षष्ठी तिथि 25 अगस्त 2024 को है और इसी दिन छठ पर्व होगा। भगवान कृष्ण के बड़े भ्राता बलराम का जन्म दिवस चंद्र षष्ठी पर्व हाल छठ के रूप में मनाया जाता है। इस दिन सुहागिनें घर परिवार की सुख समृद्धि और सौभाग्य की कामना के लिए सूर्यास्त बाद चंदनयुक्त जल सेवन कर व्रत का संकल्प लेंगी। संकल्प के बाद निरंतर चन्द्रोदय तक उपासना एवं पौराणिक कथाओं का श्रवण करेंगी।
ऊब छठ का व्रत और पूजा विवाहित स्त्रियां पति की लंबी आयु के लिए तथा कुंआरी लड़कियां अच्छे पति कामना में करती है भाद्र पद महीने की कृष्ण पक्ष की छठ षष्टी तिथि ऊब छठ होती है। ऊब छठ के दिन मंदिर में भगवान की पूजा की जाती है। चाँद निकलने पर चाँद को अर्ध्य दिया जाता है। उसके बाद ही व्रत खोला जाता है।
जिला संवाददाता- मोहम्मद अयूब सिद्धार्थनगर।